विवाद में अटके कार्य को मिलेगी गति
जागरण संवाददाता, कासगंज (एटा): कासगंज-बरेली के मध्य चल रहे ब्राडगेज कार्य में अब विवाद खत्म होते दिख
जागरण संवाददाता, कासगंज (एटा): कासगंज-बरेली के मध्य चल रहे ब्राडगेज कार्य में अब विवाद खत्म होते दिख रहा है। उत्तर रेलवे और पूर्वोत्तर रेलवे के मध्य काम को लेकर विवाद की स्थिति थी। यहां काम तो लगभग पूरा था लेकिन फिनिशिंग नहीं हो पा रही थी। अब प्वाइंट लगाने की सहमति बन गई है। ऐसे में टै्रक पर शेष रहे काम को गति दी जा रही है। अब मार्च के प्रथम सप्ताह में केंद्रीय संरक्षा आयुक्त केके वाजपेयी का निरीक्षण काम पूरा होते ही हो सकेगा।
कासगंज-बरेली ब्राडगेज मार्ग पर 275 करोड़ रुपये की योजना से कार्य कराया जा रहा है। रामगंगा से कासगंज तक ट्रैक फाइनल है। बीते दिनों पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक राजीव मिश्रा रामगंगा से कासगंज के बीच टै्रक पर निरीक्षण भी कर चुके हैं। लेकिन रामगंगा स्टेशन पर उत्तर रेलवे एवं पूर्वोत्तर रेलवे के अधिकारियों के बीच विवाद उत्पन्न हो गया। ऐसी स्थिति में फिनिशिंग का काम न होने के साथ ही सिग्नलिंग भी नहीं हो सकी।
विभागीय सूत्रों के मुताबिक उच्चाधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद अब इन दो मंडलों के अधिकारियों के मध्य सहमति बन गई है। अब रामगंगा स्टेशन पर प्वाइंट लगाए जाएंगे और एक ही ट्रैक से ट्रेनें गुजारी जाएंगी। इधर सोरों रेलवे स्टेशन पर भी काम धीमी गति से चल रहा है। यहां यात्री सुविधाओं को बढ़ावा देने के लिए कोई भी संतोषजनक कार्य नहीं हुआ है। जिससे यहां के लोगों में आक्रोश बना हुआ है। अब उम्मीद है कि निरीक्षण से पहले काम तेजी से हो सकेगा। इज्जत नगर मंडल के जनसंपर्क अधिकारी राजेंद्र सिंह ने बताया कि कासगंज-बरेली मार्ग पर फिनिशिंग का काम लगभग पूर्णत: की ओर है। रामगंगा स्टेशन पर प्वाइंट लगाए जाएंगे।
सुपरफास्ट ट्रेनों का किया जाए संचालन
सोरों गंगा भक्त समिति के अध्यक्ष सतीश भारद्वाज, गंगा सभा के अध्यक्ष कैलाश कटारे सहित सोरों के अन्य लोगों ने मांग उठाई है कि सोरों रेलवे स्टेशन पर बेहतर जन सुविधाएं दी जाएं और राजस्थान मध्य प्रदेश को जोड़ने वाली सुपरफास्ट ट्रेन का संचालन इस रूट पर किया जाए।