नहीं सुधर रहे विकास भवन के कर्मचारी
जागरण संवाददाता, एटा: शासन समय से कार्यालय पहुंचने पर लगातार जोर दे रहा है। इसके बावजूद कर्मचारियों
जागरण संवाददाता, एटा: शासन समय से कार्यालय पहुंचने पर लगातार जोर दे रहा है। इसके बावजूद कर्मचारियों को शासन और प्रशासन का कोई डर नहीं है। खासतौर से विकास भवन के कर्मचारी तो सुधरने को तैयार ही नहीं हैं। उनकी सुस्ती गुरुवार को उस समय खुलकर सामने आई जब सुबह 10.30 बजे मुख्य विकास अधिकारी ने निरीक्षण किया। अधिकांश कार्यालय से कई कर्मचारी गायब थे। इन सभी से स्पष्टीकरण मांगा गया है साथ ही उनका वेतन काटने के लिए कार्रवाई की जाएगी।
मुख्य विकास अधिकारी साहब सिंह गुरुवार सुबह विकास भवन के कार्यालयों का निरीक्षण करने निकल पड़े। एक-एक कर जब कार्यालयों में पहुंचे तो वह स्थिति देख चौंक गए। काम का समय शुरू हो चुका था लेकिन कई कर्मचारी नदारद थे। निरीक्षण की खबर घर और रास्ते में मौजूद कर्मचारियों को मिली तो उनकी धड़कनें तेज हो गई। लेकिन जब तक पहुंचे, निरीक्षण में गैरहाजिरी लग चुकी थी। इस तरह के और भी निरीक्षण किए जाएंगे। अगली बार लेटलतीफ पाए गए कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने सभी कर्मचारियों का एक दिन का वेतन काटने और समय से कार्यालय में न आने के लिए उनसे स्पष्टीकरण मांगने के निर्देश दिए। साथ ही हिदायत भी दी कि कर्मचारी समय से आएं और पूरे कार्यालय समय में मौजूद रहें।
ये कर्मी मिले गैरहाजिर
मुख्य विकास अधिकारी को विभिन्न विभागों के कार्यालयों में शरद कुमार सोलंकी, निर्मल कुमार, पंकज दीक्षित, मुशर्रफ, मुकेश सिंह, विजय प्रताप कुशवाह, गौरव जैन, वीके गोयल, सुरेन्द्र कुमार शर्मा, प्रमोद कुमार जेई, राजेश कुमार, अरुणेन्द्र सिंह राना, बीडी शर्मा, रूप सिंह, अनंत प्रताप सिंह, फरजाना खातून, मुकेश कुमार शर्मा, सुभाष गिरि, विमला देवी, अजय कुमार, अमान अहमद, व रामपाल सिंह अनुपस्थित मिले।