स्टांप ड्यूटी के लक्ष्य में फूल रहीं सांसें
जागरण संवाददाता, एटा: स्टांप ड्यूटी लक्ष्य की दौड़ में निबंधन विभाग की सांसें फूल रही हैं। आधे वित्त
जागरण संवाददाता, एटा: स्टांप ड्यूटी लक्ष्य की दौड़ में निबंधन विभाग की सांसें फूल रही हैं। आधे वित्त वर्ष में विभाग करोड़ों रुपये से पिछड़ चुका है। अफसरों के लिए चिंता की बात तो यह है कि आय बढ़ाने के लिए सर्किल रेट की वृद्धि भी कोई खास काम नहीं आ रही।
इस वर्ष जनपद के लिए स्टांप ड्यूटी से होने वाली आय का बड़ा लक्ष्य निर्धारित किया गया है। वर्ष 2014-15 में उसे 66 करोड़ 30 लाख रुपये प्राप्त करने हैं। जबकि इस वित्त वर्ष के शुरुआती समय से ही आय की रफ्तार धीमी है। लक्ष्य की प्राप्ति करने और आय बढ़ाने के उद्देश्य से विभाग ने 1 अगस्त से भूमि-भवन की मूल्यांकन दरों में संशोधन भी किया। जिसके तहत जमीन-मकान के रेट 15 फीसद तक बढ़ाए गए। विभाग को उम्मीद थी कि नई दरें लागू होने के बाद आय में सुधार होगा। लेकिन दो महीनों में इसका कोई विशेष असर नजर नहीं आया। आय अब भी लक्ष्य के सापेक्ष लगातार पिछड़ रही है।
छह महीनों की बात करें तो इसमें आय 28 करोड़ 60 लाख 74 हजार रुपये की हुई है। जबकि 32 करोड़ 88 रुपये की आय करनी थी। इस तरह महकमा चार करोड़ रुपये से भी अधिक पीछे हो गया है। इसकी बड़ी वजह सदर क्षेत्र में जमीन-मकान की खरीद-फरोख्त में आई कमी बनी हुई है। सबसे अधिक लक्ष्य और सर्किल रेट इसी क्षेत्र में हैं। जबकि पिछले कई महीनों से सदर क्षेत्र के अंतर्गत बैनामों में कमी आई है। जिसके चलते आय भी कम हुई है। उपनिबंधक प्रेमप्रकाश ने बताया कि आय बढ़ाने के प्रयास किए जा रहे हैं। जिसके तहत मंडी समिति के आढ़तियों को किराया नामा की रजिस्ट्री कराने के नोटिस दिए गए हैं। इसके अलावा आय के अन्य स्रोतों पर भी गौर किया जा रहा है।