समाजवादी पेंशन को अभी लंबा फासला
जागरण संवाददाता, एटा: गरीबों की उम्मीद बनी समाजवादी पेंशन की प्रक्रिया भले ही अंतिम चरण में हो, लेकि
जागरण संवाददाता, एटा: गरीबों की उम्मीद बनी समाजवादी पेंशन की प्रक्रिया भले ही अंतिम चरण में हो, लेकिन उन तक इसका लाभ पहुंचने में लंबा फासला है। यूं तो दो बार सत्यापन हो चुका है फिर भी इसमें एक बार सत्यापन और होना है। इसके बाद शासन की मंजूरी मिलने पर ही गरीबों की उम्मीद पूरी हो सकेगी।
समाजवादी पेंशन की प्रक्रिया शासन ने काफी लंबी और जटिल बना दी है। जिससे कि कोई अपात्र इसका लाभ न उठा सके। वहीं आवेदकों की बड़ी संख्या ने भी प्रक्रिया को और सुस्त बना दिया है। 87 हजार 836 आवेदकों का सत्यापन सरकारी मशीनरी के लिए आसान नहीं रहा। हालांकि, सात महीने से चल रही प्रक्रिया के तहत एक बार आवेदकों का स्थलीय सत्यापन हो चुका है। साथ ही गांव और शहरों में खुली बैठकों के जरिए भी सत्यापन किया जा चुका है। लेकिन फिर भी अब तक सत्यापन की प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है। तीसरे चरण में डीएम, एडीएम, एसडीएम को भी 5-5 फीसद आवेदकों का चयन करना है। जबकि अभी खुली बैठकों से प्राप्त पात्र और अपात्र आवेदकों की सूचियों की फीडिंग चल रही है। इसके बाद अफसरों का सत्यापन होगा और फाइनल सूचियां तैयार हो सकेंगी। स्थानीय स्तर पर प्रक्रिया पूरी होने के बाद शासन से हरी झंडी मिलने का भी इंतजार रहेगा। कुल मिलाकर इस वर्ष में गरीबों की जेब तक समाजवादी पेंशन पहुंचती हुई नजर नहीं आ रही है। समाज कल्याण अधिकारी विनोद शंकर तिवारी ने बताया कि सूचियां तैयार हैं। अधिकारियों को सत्यापन में कोई गलत मामला नहीं मिलता है तो वरीयता के आधार पर लक्ष्य के सापेक्ष नाम फाइनल कर सूची शासन को स्वीकृति के लिए भेज दी जाएगी।