धन त्रयोदशी पर बजारों में दिखी रौनक
जागरण संवाददाता, कासगंज (एटा) : धनतेरस पर्व परम्परागत रूप से मंगलवार को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया।
जागरण संवाददाता, कासगंज (एटा) : धनतेरस पर्व परम्परागत रूप से मंगलवार को हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। धनवंतरि जयंती के अवसर पर भगवान श्री धनवंतरि का पूजन अर्चन कर आरोग्य और दीर्घायु की कामना की गई। धनतेरस पर बाजारों में आभूषण एवं बर्तन विक्रेताओं की की दुकानों पर भीड़ रही। महंगाई के बावजूद भी पर्व के प्रति उत्साहित लोगों ने जमकर खरीददारी की।
दीपोत्सव के प्रथम दिन मंगलवार को धनतेरस और धनवंतरि जयंती के रूप में मनाया गया। रोली, मोली, चावल, चंदन, पुष्प, धूप, दीपक से भगवान धनवंतरि का पूजन अर्चन कर आरोग्य तथा दीर्घायु की कामना की गई। धनतेरस पर मान्यता के अनुसार लोगों ने देर शाम दीपक भी जलाया।
मान्यता के अनुसार धनतेरस का दिन आभूषण एवं बर्तनों की खरीददारी के लिए सर्वोत्तम माना जाता है। इस दिन शगुन के लिए कुछ न कुछ अवश्य खरीददारी की जाती है। जिसके चलते धनतेरस पर देर रात तक खरीददारी का क्रम चलता रहा। धनतेरस के उपलक्ष्य में शुक्रवार को आभूषण एवं बर्तन विक्रेताओं ने अपने प्रतिष्ठानों को फूल मालाओं एवं विद्युत झालरों से सजा लिया था।
सुबह से ही धनतेरस पर खरीददारी के लिए नगर एवं आसपास के क्षेत्रों से अतिरेक भीड़ नगर के प्रमुख बाजारों में उमड़ने लगी। नगर के नदरई गेट, सहावर गेट, सोरों गेट, बिलराम गेट पर सजी आभूषणों एवं बर्तनों की दुकानें खरीददारों से पट गई। जिस पर सबसे ज्यादा भीड़ नदरई गेट प्रमुख बाजार पर ही रही।
धनतेरस पर जहां सम्पन्न वर्ग द्वारा सोने, चांदी के आभूषणों की खरीददारी में रुचि दिखाई वहीं मध्यम और निम्न वर्ग को बर्तनों की खरीददारी कर संतुष्ट होना पड़ा। इस बार धनतेरस पर श्री गणेश, श्री लक्ष्मी गणेश, श्री यंत्र एवं ओम के चित्र छपे सिक्कों की खासी बिक्री रही। देर शाम तक खरीददारी के लिए लोगों की भीड़ बाजारों में लगी रही।