अपनी ही लापरवाही में फंसा डायट प्रशासन
जागरण संवाददाता, एटा : शासन के निर्देश पर लगभग तीन सालों बाद 72 हजार 825 प्रशिक्षु शिक्षकों के चयन की प्रक्रिया में जिला स्तर पर लापरवाही की हद सामने आई है। अभ्यर्थियों के आवेदन और प्रत्यावेदन जमा होने के बावजूद भी काउंसिलिंग सूची से उनके नाम गायब होने का मामला गरमाता जा रहा है। ऐसी स्थिति में डायट प्रशासन अपनी ही लापरवाही में फंस चुका है। आवेदन डॉटा की फीडिंग में बरती गई अनियमितताओं से अपना भविष्य खराब होने की स्थिति देख प्रभावित अभ्यर्थियों ने भी मोर्चा खोल दिया है। इसी क्रम में मामला राज्य शैक्षिक अनुसंधान प्रशिक्षण परिषद के निदेशक तक पहुंच चुका है।
वर्ष 2011 में प्रशिक्षु शिक्षकों की भर्ती को लेकर चयन प्रक्रिया सिर्फ आवेदन तक सीमित रही। इसके बाद पिछले साल शासन के निर्देश पर आवेदकों के डाटा फीडिंग का कार्य कराया गया। पहले तो फीडिंग के दौरान ही डायट पर इतनी अनियमितताएं बरती गई कि पिछले महीने सैकड़ों अभ्यर्थियों को त्रुटियों के चलते प्रत्यावेदन देने पड़े। प्रत्यावेदन देने के बावजूद भी संशोधन की प्रक्रिया डायट में शुरू से ही लापरवाही की भेंट चढ़ गई। 12 अगस्त तक एससीइआरटी द्वारा पूर्ण संशोधित डाटा मांगा गया था, जो अगस्त के अंत तक भेजा गया और फिर भी तमाम तमाम खामियां रह गई।
हालांकि तीन दिन तक डायट में चली काउंसिलिंग का कार्य रविवार को थम गया, लेकिन इस मध्य भी तीन दर्जन से अधिक ऐसे अभ्यर्थी सामने आए हैं जो मेरिट में पात्र होकर भी सूची से गायब होने के कारण काउंसिलिंग नहीं करा सके हैं। बीते दिन इन पीड़ितों ने जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर डायट की लापरवाही से अवगत करा दिया है। उधर एससीइआरटी के निदेशक को भी डायट की लापरवाही से अपने खराब होते भविष्य की जानकारी पीड़ित अभ्यर्थियों ने दी है।
उन्होंने पूर्व में भी डायट की लापरवाही पर विरोध प्रदर्शन कर चेताने की भी जानकारी दी है। शासन ने गंभीरता दिखाई तो डायट के अधिकारियों पर गाज गिर सकती है। इतना ही नहीं पीड़ित अखंड प्रताप, माया प्रकाश, नवीन कुमार, वीनेश कुमार सहित अन्य दर्जनों ऐसे अभ्यर्थी कहते हैं कि यदि न्याय न मिला तो वह अन्याय के विरुद्ध न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे। उधर डायट प्राचार्य राजीव दिवाकर इस मामले पर कुछ भी कहने से इंकार कर रहे हैं।
1400 के सापेक्ष सिर्फ 110 की काउंसिलिंग
रविवार को डायट में काउंसिलिंग खत्म हो गई। 1400 प्रशिक्षु शिक्षकों की कट आफ मेरिट के आधार पर सिर्फ 110 अभ्यर्थियों की काउंसिलिंग हुई है। प्रथम दिन 6, दूसरे दिन 46 तथा अंतिम दिन 58 अभ्यर्थियों ने एटा और कासगंज क्षेत्रों के लिए काउंसिलिंग में हिस्सा लिया।