सैद्धांतिक और प्रयोगात्मक तथ्यों पर जोर
जागरण संवाददाता, एटा-कासगंज: शिक्षामित्रों को शिक्षक बनाए जाने की प्रक्रिया में जुटे शिक्षा विभाग ने द्वितीय बैच के चतुर्थ सेमेस्टर के शिक्षामित्रों का भी प्रशिक्षण शुरू कर दिया है। प्राथमिक विद्यालय नवाब कन्या तरौरा में दूसरे दिन शिक्षाधिकारियों ने शिक्षामित्रों को प्रशिक्षण दिया। इन्हें दूरस्थ शिक्षा के माध्यम से द्विवर्षीय बीटीसी प्रशिक्षण दिलाया जाएगा।
प्रशिक्षण के मौके पर कासगंज के नगर शिक्षा अधिकारी संजय यादव ने कहा कि शिक्षक जीवन में प्रशिक्षण का अत्यधिक महत्व है। चतुर्थ सेमेस्टर के पाठयक्रम की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि पाठयक्रम सैद्धांतिक और प्रयोगात्मक दो भागों में विभाजित है। प्रयोगात्मक के अंतर्गत बीस काठ योजनाओं का निर्माण, टीएलएम व गतिविधि निर्माण, सत्रीय कार्य तथा क्रियात्मक शोध सम्मिलित हैं।
सामान्य संसाधनों के द्वारा सामान्य शैक्षिक समस्या का समाधान क्रियात्मक शोध के द्वारा ही संभव है। शिक्षकों तथा शिक्षामित्रों को शैक्षिक समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए क्रियात्मक शोध करने की आदत विकसित करनी होगी। इस मौके पर सह समन्वयक आलोक यादव, जगवीर सिंह, इमरानुददीन सहित द्वितीय बैच के शिक्षामित्र मौजूद रहे।