अधिवक्ताओं की हड़ताल जारी, उच्च न्यायालय में देंगे दस्तक
एटा: न्यायिक कर्मचारी और अधिवक्ताओं के विवाद के बाद वकीलों की अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी है। इस मामले को लेकर वकील उच्च न्यायालय पहुंचेंगे। प्रशासनिक जज से मिलकर कार्रवाई की मांग की जाएगी। उधर, शनिवार को कचहरी परिसर में खाकी की निगरानी रही।
अधिवक्ताओं और न्यायिक कर्मियों का विवाद जहां लगातार बढ़ रहा है। वहीं, शुक्रवार को हुई मारपीट की घटना के बाद पुलिस-प्रशासन ने सतर्कता कड़ी कर दी है। शनिवार को अधिवक्ताओं द्वारा न्यायालय परिसर में भ्रमण के दौरान अपर जिलाधिकारी प्रशासन सर्वेश कुमार दीक्षित, एसडीएम रविप्रकाश श्रीवास्तव और सीओ सिटी अंबेश चंद्र त्यागी पुलिस बल के साथ वहां पहुंच गए। अधिवक्ताओं से प्रदर्शन या जुलूस न निकालने की बात कही और अफसर न्यायालय परिसर में ही जमे रहे। परिस्थितियों को लेकर न्यायिक अधिकारियों और प्रशासनिक व पुलिस अधिकारियों ने बैठक कर चर्चा भी की। उधर, अधिवक्ताओं की अनिश्चितकालीन हड़ताल जारी रही। उनकी ओर से मामले को उच्च न्यायालय ले जाने की योजना बनाई गई है। कलक्ट्रेट बार एसोसियेशन के महासचिव सुनील कुमार यादव ने बताया कि 22 अप्रैल को एक प्रतिनिधि मंडल इलाहाबाद जाकर हाईकोर्ट के प्रशासनिक न्यायमूर्ति से मुलाकात करेगा और पूरे मामले की जानकारी देकर कार्रवाई की मांग करेगा।
लोक अदालत पर भी असर
अधिवक्ताओं की हड़ताल और न्यायिक कर्मियों से गहमागहमी का असर शनिवारीय मिनी लोक अदालत पर भी रहा। जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में हुई लोक अदालत में दो मुकदमों का ही निस्तारण हो सका। जिनमें सिविल जज (सी.डि.) हुसैन अहमद अंसारी और एसीजेएम काशीनाथ ने एक-एक मामला निस्तारित किया।