ड्यूटी का देना होगा हिसाब, कटेगा वेतन
निज प्रतिनिधि, एटा: माध्यमिक शिक्षा परिषद की बोर्ड परीक्षाओं में निर्धारित ड्यूटी न करने वाले कक्ष निरीक्षकों की अब शामत आने वाली है। उन्हें इस बार एक-एक ड्यूटी का हिसाब देना होगा। निर्धारित ड्यूटी से कम होने पर उनके खिलाफ वेतन काटने जैसी कार्रवाई की जाएगी। बोर्ड ने जिला विद्यालय निरीक्षकों को निर्धारित प्रोफार्मा पर ड्यूटियों का विवरण मांगने के निर्देश दिये हैं।
इस बार बोर्ड परीक्षा के सभी कक्ष निरीक्षकों को एक-एक ड्यूटी का हिसाब देना होगा। माध्यमिक शिक्षा परिषद के आदेश के बावजूद 20 पालियों से कम ड्यूटी करने वाले शिक्षकों का वेतन कटेगा। बोर्ड ने कक्ष निरीक्षण व मूल्याकन को अनिवार्य सेवा में शामिल कर दिया है। बोर्ड परीक्षा एक ऐसा मौका होता है जब केंद्र व्यवस्थापक अपने चहेतों को छुट्टी देकर भी उपस्थित दिखा सकते हैं। उन्हें जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआइओएस) के आदेश के बावजूद दूसरे केंद्र पर न भेजकर अपने ही केंद्र पर आतरिक उड़नदस्ता, परीक्षा समिति व रिलीवर बनाकर आराम दे सकते हैं। केंद्र व्यवस्थापकों को यदि किसी शिक्षक से खुन्नस निकालनी हो तो उसकी दोनों पालियों में कक्ष निरीक्षण ड्यूटी कराकर परेशान कर सकते हैं। इसीलिए बोर्ड ने एक-एक ड्यूटी का हिसाब मागने की रणनीति बनाई है। बोर्ड ने जरूरत होने पर भी ड्यूटी न करने, संबंधित विषय की परीक्षा में विषय शिक्षक की ड्यूटी लगाने, बाहर भेजे शिक्षकों को प्रधानाचार्यो द्वारा कार्यमुक्त न करने आदि की जानकारी निधार्रित प्रोफार्मा पर मागी है।
जिला विद्यालय निरीक्षक जितेंद्र कुमार मलिक ने बताया कि बोर्ड के आदेशों का पालन किया जाएगा। ड्यूटी न करने वाले कक्ष निरीक्षकों का वेतन कटेगा और अनुशासनात्मक कार्रवाई भी होगी।
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