डेंगू का लार्वा मिला तो जिम्मेदारों पर होगी कार्रवाई
देवरिया: कलेक्ट्रेट के एनआईसी में हेकाली झिमोमी सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं वीडिओकांफ्रें¨सग
देवरिया: कलेक्ट्रेट के एनआईसी में हेकाली झिमोमी सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवाएं वीडिओकांफ्रें¨सग के जरिये प्रभारी चिकित्साधिकारी डा. एसएन ¨सह गुरुवार को रूबरू हुईं। उन्होंने कहा कि डेंगू को लेकर सरकारी व गैर सरकारी कार्यालयों के अलावा किसी भी संगठन के कार्यालय में एकत्र साफ पानी में डेंगू के लार्वा मिले तो उन्हें चेतावनी के साथ नोटिस दें। फिर भी अगर कोई असर नहीं है तो उनके खिलाफ जुर्माना किया जाय। इसका अधिकार अब मुख्य चिकित्साधिकारी को दिया शासन स्तर से दे दिया गया है।
उन्होंने कहा कि डेंगू के लार्वा जहां भी मिल रहे हो वहां लोगों को जागरूक किया जाय। जागरूकता से ही लोग इससे अपना बचाव कर सकते हैं। डेंगू टीम बनाकर सर्वे कार्य कराया जाय। डेंगू से बचाव के लिए गमलों में पानी एकत्र न होने दें, कूलर में व फ्रीज के पीछे जमा पानी को हटा दें। सबसे ज्यादा टायर के बीच में जमा बरसाती पानी से डेंगू के लार्वा पैदा होने की संभावना होती है। गांवों को चिन्हित किया जाए और वहां जेई, एईएस व डेंगू के समूल विनाश के लिए गंभीरता से कार्य किया जाए। डेंगू के मच्छर स्वच्छ पानी में पैदा होते हैं। इसे किसी भी हाल में घर के समीप या घर के अंदर जमा न होने दें। जेई एईएस से बचाव के लिए स्वच्छता अपनाएं। पानी उबाल कर ठंडा करें और तब उसका सेवन करें। घनी आबादी के बीच सूअरों के निवास पर अंकुश लगाया जाय। बच्चों को लेकर अभिभावकों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करें। दिन में बच्चों का तीन से चार बार साबुन से हाथ धोएं। 24 को प्रमुख सचिव का आगमन गोरखपुर में हो रहा है। इसे लेकर अपनी सारी तैयारी पूरी कर लें। जेई एईएस व डेंगू से निपटने के सारे इंतजाम प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर चेक किये जाय और उन्हें सदृढ़ किया जाए।
यहां से जिला मलेरिया अधिकारी अंगद ¨सह, डा. विशाल सोनी, शिव प्रसाद तिवारी, प्रमोद श्रीवास्तव मौजूद रहे।