मांगी मुल्क के सलामती की दुआ
देवरिया: शहर के अंजुमन इस्लामिया के संयोजन में बुधवार को जामा मस्जिद के मैदान में रोजा इफ्तार का आय
देवरिया: शहर के अंजुमन इस्लामिया के संयोजन में बुधवार को जामा मस्जिद के मैदान में रोजा इफ्तार का आयोजन किया गया, जिसमें ¨हदू-मुस्लिम समाज के लोगों ने एक साथ हिस्सा लिया। यह आयोजन कौमी एकता की डोर को मजबूत करता दिखा।
सदर शकील अहमद सिद्दीकी ने कहा कि दुनिया में मानवता से बड़ा कोई धर्म नहीं है। भूखे को भोजन, नंगे का वस्त्र व प्यासे को पानी के साथ ही गरीबों की सेवा करने वाले इंसान पर अल्लाह की रहमत हमेशा बरसती रहती है। वही सच्चे अर्थो में खुदा का नेक बंदा है। जावेद अहमद ने कहा कि ऐसे आयोजनों से ¨हदू-मुस्लिम एकता व भाईचारे की डोर मजबूत होती है। इंशाअल्लाह उस व्यक्ति का कभी बुरा नहीं होता जो अपने मुल्क को अपना घर और वहां के हर बा¨शदे को अपने परिवार का सदस्य मानकर गरीबों की सेवा करता है। हमारा देश पूरी दुनिया में शांति व सछ्वाव का मिसाल था है और रहेगा। इस बीच कतार में पहले से पकवान, शर्बत व लजीज व्यंजन सजा कर रखा गया था, जिसे रोजेदारों ने ग्रहण कर अपना रोजा खोला। रोजा इफ्तार के बाद रोजेदारों ने मस्जिद में नमाज अदा किया।
यहां शफीकुर्रहमान उर्फ शफक, अनवारुल हसन, अतीकुर्रहमान, जहीरुल बारी, सूफी अहमद, इजहारुल, नसीम अहमद, जफरुद्दीन अंसारी, शहनवाज, मोहम्मद अहमद, मोहम्मद शाबिर, राजाराम चौहान, अनवारुल, मनोज कुमार, शमशेर खां, सज्जन खां, मोहम्मद अली, चंचल, मोहम्मद मकबूल, वाशिद आदि मौजूद रहे।