आस्था का केंद्र हिरमती माता मंदिर
देवरिया: देवरिया जनपद के पथदेवा कस्बे से आगे बढ़ने पर देवरिया धूस में स्थापित मां हिरमती का प्राचीन
देवरिया: देवरिया जनपद के पथदेवा कस्बे से आगे बढ़ने पर देवरिया धूस में स्थापित मां हिरमती का प्राचीन मंदिर श्रद्धालुओं के आस्था का केंद्र बना हुआ है। नवरात्र में बड़ी संख्या में श्रद्धालु मां भगवती का दर्शन करने आते हैं।
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इतिहास: सैकड़ों वर्ष पूर्व तमकुही स्टेट के तत्कालीन राजा यहां शिकार करने आए थे। वह छावनी में रात्रि विश्राम कर रहे थे। तभी माता ने इन्हें स्वप्न में दर्शन देकर बताया था की राजा मेरी प्रतिमा तुम्हारी छावनी में है। प्रतिमा निकाल कर मंदिर का निर्माण कराकर पूजा अर्चन करो तो मैं तुम्हारा कल्याण करूंगी। राजा ने मंदिर का निर्माण कराया। उसके बाद राज्य में खुशहाली छा गई। तभी से यहां पूजा पाठ व भव्य मेले का आयोजन होता चला आ रहा है।
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विशेषता: सिद्धपीठ स्थान होने के कारण मंदिर श्रद्धालुओं के आस्था व विश्वास का केंद्र बना हुआ है। मान्यता है कि यहां सच्चे मन से मांगी हर मनोकामना पूर्ण होती है। प्रतिमा उत्तम क्वालिटी वाले काले पत्थर से बनी है। प्रतिमा में की गई नक्कासी वास्तुकला का बेजोड़ नमूना है।
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कलश यात्रा आज
पथरदेवा: क्षेत्र के देवरिया धूस स्थित मां हिरमती मंदिर पर सहस्त्र चंडी महायज्ञ का आयोजन किया गया है। इसका शुभारंभ बुधवार को सुबह भव्य कलश यात्रा के साथ होगा। यह जानकारी यज्ञ समिति के अध्यक्ष गुलाब ¨सह ने दी है।