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सजने लगा बाबा दुग्धेश्वरनाथ मंदिर

देवरिया : उपनगर में पौराणिक तीर्थ स्थली पर 24 फरवरी दिन शुक्रवार को महाशिवरात्रि का पर्व को बड़े धूम

By Edited By: Published: Sun, 19 Feb 2017 11:01 PM (IST)Updated: Sun, 19 Feb 2017 11:01 PM (IST)
सजने लगा बाबा दुग्धेश्वरनाथ मंदिर
सजने लगा बाबा दुग्धेश्वरनाथ मंदिर

देवरिया : उपनगर में पौराणिक तीर्थ स्थली पर 24 फरवरी दिन शुक्रवार को महाशिवरात्रि का पर्व को बड़े धूमधाम से मनाया जाएगा। इसी दिन से एक पखवारे तक उप काशी के रूप में विख्यात बाबा दुग्धेश्वरनाथ मंदिर परिसर में विशाल मेला लगता है। मेले में प्रदेश के विभिन्न शहरों के दुकानदार अपनी दुकानें सजाते हैं। मेला की तैयारी एक पखवारे पूर्व से ही शुरू हो गई है। गुरुवार तक मेला सजधज कर तैयार हो जाएगा। जहां पर

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दुग्धेश्वरनाथ मंदिर पर उस दिन करीब एक लाख लोग जलाभिषेक कर पुण्य के भागी बनते हैं। मेले में रुद्रपुर के अलावा जनपद के साथ ही अन्य स्थानों के लाखों लोग आते हैं। यहां लकड़ी, मेवा, मसाला के साथ ही मिठाई के कई आइटम बिकते हैं। यहां का प्रसिद्ध लाल मिर्चा भी है। जिसकी खूब बिक्री होती है। बच्चों के लिए चरखी, झूला, डोली, ट्रेन के अलावा भी बहुत सारी खेल की व्यवस्था होती है। सर्कस मेला परिसर में अलग ही स्थान रखता है। महिलाओं के सुहाग से जुड़ी सामग्री भी बड़े पैमाने पर बिकती है। नेपाल व बिहार के व्यापारी रुद्राक्ष की माला भी बेचने आते हैं। बिहार राज्य के सिवान जनपद निवासी मुकेश ने बताया कि वह पिछले दस सालों से यहां सर्कस चलवाता है। जिसमें मौत का कुंआ महत्वपूर्ण आइटम है। इसे देखने के लिए प्रतिदिन सैकड़ों लोग आते हैं। बलिया के राम कुमार बताते हैं कि वे पिछले 15 सालों से मेला में दुकान लगा रहे हैं। मेला परिसर में श्रीमती सैरुन निशा, नूरजहां राम अशीष, धनेश्वरी, ललमनिया देवी,सुखराजी की दुकान भी मेले में वर्षो से लगा रही है।

उपजिलाधिकारी घनश्याम ने कहा कि इस बार शिवरात्रि पर विशेष व्यवस्था की जा रही है। बैरीके¨डग द्वारा लोगों को अंदर प्रवेश मिलेगा। मंदिर के दक्षिणी द्वार से प्रवेश मिलेगा तथा श्रद्धालु पूर्वी द्वार से पूजा करने के बाद बाहर निकलेंगे । सुरक्षा के भी खास इंतजाम हैं। बड़ी संख्या में फोर्स तैनात रहेगी। जिसमें महिला पुलिस कर्मियों की संख्या पर्याप्त होगी।

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क्या कहते हैं मंदिर के महंत

मंदिर के मंहत रमाशंकर भारती और विजय शंकर भारती ने कहा कि महाशिवरात्रि शुक्रवार का दिन होने के कारण काफी महत्व है।


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