गुरुजी के कोप से सहमा छात्र, तहरीर
देवरिया : गुरु- शिष्य परंपरा के दुश्मन कोई और नहीं बल्कि शिक्षण कार्य में लगे वह लोग हैं, जिनके भीत
देवरिया : गुरु- शिष्य परंपरा के दुश्मन कोई और नहीं बल्कि शिक्षण कार्य में लगे वह लोग हैं, जिनके भीतर से संवेदनशीलता का लोप हो चुका है। संवेदनहीनता की पराकाष्ठा पार करने वाले एक ऐसे ही शिक्षक के खिलाफ उस मां-बाप ने गौरीबाजार थाने में सोमवार को न्याय की गुहार लगाई, जिनके पालनहार का हाथ शिक्षक के कोप के कारण टूट गया है। थानाक्षेत्र के ग्राम देवकुआं निवासी सुदामा निषाद ने जरिए तहरीर कहा है कि उसका 11 वर्षीय पुत्र छठवीं कक्षा का छात्र है। वह थानाक्षेत्र के लंगड़ी चौराहे के समीप एक निजी स्कूल में अध्ययनरत है। प्रतिदिन की भांति सोमवार को भी छात्र स्कूल गया। देर शाम जब वह वापस लौटा तो बालक की दशा देख परिजन विचलित हो गए। पूछताछ में मासूम ने कहा कि स्कूल के एक शिक्षक ने गृह कार्य पूरे न होने की दलील देकर इस कदर पीटा है कि उसका हाथ उठ नहीं रहा। छात्र ने अपना एक हाथ टूटने की आशंका जताई। यह सुनते ही परिजनों के होश उड़ गए। उन्होंने स्थानीय चिकित्सक से परामर्श लिया। चिकित्सक ने भी छात्र की संदेह की पुष्टि कर दी। फिर क्या था। छात्र के परिजन बागी हो गए। उन्होंने आरोपी शिक्षक के खिलाफ तहरीर दे दी। उनकी मानें तो आरोपी शिक्षक की यह काली करतूत पहली नहीं है। पूर्व में भी कई छात्र उसके बेढब आक्रोश की भेंट चढ़ चुके हैं। मासूमों से निर्मम तरीके से मारपीट के कई मामले पहले भी प्रकाश में आ चुके हैं। हद यह है कि स्कूल प्रबंधन भी मनबढ़ शिक्षक की नकेल कस नहीं सका। घटना के बावत थानाध्यक्ष शशांक शेखर राय ने कहा कि तहरीर के आधार पर आरोपी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई होगी।