बिहार पहुंच रही दारु की खेप
देवरिया : इन दिनों तस्कर अपना सारा कार्य छोड़ शराब की तस्करी में लगे हैं। उत्तर प्रदेश से बिहार में श
देवरिया : इन दिनों तस्कर अपना सारा कार्य छोड़ शराब की तस्करी में लगे हैं। उत्तर प्रदेश से बिहार में शराब पहुंचाने का कार्य बदस्तूर जारी है। यह कार्य पुलिस को विश्वास में लेकर किया जा रहा है। ¨भगारी, भवानीछापर, चकिया कोठी, सोहगरा आदि सीमावर्ती क्षेत्र से बिहार जाने वाले मार्ग तस्करों के लिए मुफीद हैं।
बिहार में शराब बंदी के बाद वहां शराब की जबरदस्त मांग है। इसका फायदा अवैध शराब के कारोबारी उठा रहे हैं। हाल यह है कि शराब दो गुना से भी अधिक कीमत पर बिहार में बेची जा रही है। बिहार के गोपालगंज, सिवान, मैरवा आदि प्रमुख बाजारों में शराब उपलब्ध है। यहां कोई निर्धारित स्थान नहीं है, लेकिन पान व चाय की गुमटियों में भुगतान करने पर कुछ देर में मोटरसाइकिल से शराब उपलब्ध करा दी जा रही है। बिहार में शराब बंदी की घोषणा के बावजूद जहरीली शराब पीने से 18 लोगों की मौत के बाद यह तस्वीर साफ हो गई है कि शराब कारोबारियों को इस बात का खौफ नहीं है कि पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई कर जेल भेजेगी। कारोबारी बेखौफ उत्तर प्रदेश से शराब मंगाकर उसे निर्धारित स्थानों पर भेज रहे हैं। देवरिया जिले के भाटपारानी, खामपार व बनकटा थाना क्षेत्रों से पिकअप व अन्य साधनों से पुलिस को विश्वास में लेकर तो कभी झांसा देकर भोर में वाहनों को बिहार में प्रवेश कराया जा रहा है। खामपार, भाटपाररानी व बनकटा में दुकानों से शराब लेकर जाते समय सीमित मात्रा में शराब के साथ चालान कर पुलिस खानापूर्ति कर रही है। बिहार सीमा की दुकानों पर साइकिल व मोटरसाइकिल से बिहार के लोग पहुंच रहे हैं और शराब खरीदकर बिहार प्रतिदिन ले जा रहे हैं।
क्या कहते हैं क्षेत्राधिकारी
भाटपाररानी, देवरिया: क्षेत्राधिकारी भाटपाररानी सुरेश शर्मा ने कहा कि अवैध शराब की बिक्री पर रोक लगाने के लिए थानाध्यक्षों के साथ टीम बनाकर पूरी रात गश्त की जा रही है। पुलिसिया मिलीभगत की बात निराधार है। मैं अचानक इसकी पड़ताल करूंगा। इसमें अगर कोई भी संलिप्त पाया जाता है तो उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। बिहार सीमा पर चौकसी की सख्त हिदायत मैंने दे रखी है। मैं भी पूरी रात क्षेत्र में भ्रमण करता हूं।