घाघरा ने फिर पकड़ी रफ्तार, मुश्किल बढ़ी
देवरिया: दो दिन तक शांत रहने के बाद बुधवार को दोपहर बाद फिर घाघरा के जलस्तर ने रफ्तार पकड़ लिया। शा
देवरिया: दो दिन तक शांत रहने के बाद बुधवार को दोपहर बाद फिर घाघरा के जलस्तर ने रफ्तार पकड़ लिया। शाम तक नदी के जलस्तर में तीन सेमी की वृद्धि दर्ज की गई। उधर पानी फंसे हुए लोगों की मुश्किलें फिलहाल कम होती नहीं दिख रही हैं। प्रशासन नदियों के जलस्तर पर निगाह जमाए हुए है। शाम को छह बजे थानाघाट पर बने मापक पर घाघरा का जलस्तर 66.88 मीटर दर्ज किया गया। मंगलवार को नदी 66.85 मीटर पर प्रवाहित हो रही थी। जलस्तर में वृद्धि का असर मैदानी इलाकों में तो नहीं दिख रहा है लेकिन पहले से ही पानी में फंसे लोगों के समक्ष भूखमरी की स्थिति पैदा हो गई है। घरों में रखा जरूरत का सामान समाप्त होने लगा है। सर्वाधिक मुसीबत विशुनपुर देवार व भदिला प्रथम की लगभग पांच हजार की आबादी के समक्ष खड़ी है। संजय यादव, तिलेसरी देवी, रामसेवक, योगेन्द्र यादव, हरिनारायण प्रसाद, विशुन चौहान आदि का कहना है कि घर में पानी घुसने के बाद हम लोगों ने घर छोड़ दिया और अब तक वापस नहीं लौट सके हैं। साथ में लाया हुआ राशन भी खत्म हो रहा है। मिट्टी का तेल तो मिल ही नहीं रहा है। घासफूस के बीच अंधेरे में रात गुजारनी पड़ रही है।
परसिया कूर्ह में सरकारी भवन व कटइलवा में रिहायशी मकानों के निकट घाघरा भीषण कटान कर रही है, जिससे खतरा बढ़ने लगा है। राप्ती नदी में भी अपना तेवर नरम नहीं कर रही है। आधा दर्जन गांवों पर नदी दबाव बनाए हुए हैं।