जागा विभाग, बंद कराया छित्तूपुर रेग्युलेटर का फाटक
देवरिया : एक तरफ जहां नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है वहीं दूसरी तरफ बाढ़ खंड विभाग लापरवाह है। छित्तूपु
देवरिया : एक तरफ जहां नदियों का जलस्तर बढ़ रहा है वहीं दूसरी तरफ बाढ़ खंड विभाग लापरवाह है। छित्तूपुर रेग्युलेटर के फाटक खुले होने की खबर जागरण में प्रकाशित होने के बाद विभाग की नींद खुली और विभाग ने उसे बंद कराया। उधर नदी का जलस्तर बुधवार की दोपहर स्थिर हो गया। नदी खतरे के निशान से छह सेमी ऊपर बह रही है। पानी स्थिर होने के कटान तेज होता नजर आ रहा है।
नदियों के जलस्तर में कभी कमी आ रही है तो कभी नदियां उफान पर आ जा रही हैं। मंगलवार को घाघरा का जलस्तर बढ़ने लगा और बुधवार की दोपहर जलस्तर एक बार फिर स्थिर हो गया। तुर्तीपार स्थित केंद्रीय जल आयोग के कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार भागलपुर में घाघरा का पानी स्थिर हो गया है, लेकिन घाघरा खतरे के निशान से छह सेमी ऊपर बह रही है। उधर छित्तूपुर के पास स्थित रेग्युलेटर के फाटक के खुले होने तथा जमुआर नाला में पानी जाने की खबर जागरण में प्रकाशित होने के बाद विभाग की नींद खुली। बुधवार को बाढ़ खंड के कर्मचारी पहुंचे और रेग्युलेटर के फाटक को बंद कराया। हालांकि अब जमुआर नाला लबालब भरा है और सैकड़ों एकड़ धान की फसल डूब गई है।