सड़कों के किनारे लगेंगे फलदार पौधे
देवरिया : केंद्र सरकार ने बिहार की तर्ज पर सड़कों के किनारे फलदार पौधे लगाने का निर्णय लिया है। यह पौ
देवरिया : केंद्र सरकार ने बिहार की तर्ज पर सड़कों के किनारे फलदार पौधे लगाने का निर्णय लिया है। यह पौधे प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क के किनारे लगाए जाएंगे। यह पौधे जिसके खेत के सामने लगेंगे, वह इसकी देखरेख करेगा।
महात्मा गांधी ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना के तहत वर्ष 2016-17 में जिले की 17 प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़कों के किनारे करीब 40 हजार फलदार, सागौन, शीशम, छायादार पौधे लगाए जाएंगे। केंद्र सरकार ने बिहार के मुजफ्फरपुर के प्रयोग को पूरे देश में लागू करने का निर्णय लिया है। मुजफ्फरपुर की प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़कें फलदार पौधों से लहलहा रही हैं। प्रदेश के सभी जिलों को इस आशय का पत्र भेज दिया गया है। ऐसे में अब सड़कों के किनारे आम, अमरूद आंवला के फलदार पौधे दिखाई देंगे। इसका सीधा लाभ सड़क किनारे के भूस्वामियों को मिलेगा। भूस्वामी अगर अनुसूचित जाति, जनजाति, बीपीएल, इंदिरा आवास, पट्टाधारक हैं तो इनको पौधों को लगाने व रखवाली करने का पारिश्रमिक भी दिया जाएगा। पौधों के बड़े होने के बाद ये लाभार्थी बन जाएंगे। फलदार पौधों की रखवाली पांच से दस वर्ष तक किया जाएगा। कामर्शियल व छायादार पौधों का पांच वर्ष तक निगरानी लाभार्थी भूस्वामियों को करना होगा। सरकार ने इसकी कार्ययोजना बनाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। पौधरोपण की जिम्मेदारी वन विभाग, आरईएस तथा मनरेगा को संयुक्त रूप से दी गई है। मनरेगा का पैसा, वन विभाग के पौधे तथा आरईएस की सड़क होगी।