पानी के नाम पर मीठा जहर पी रहे नौनिहाल
जागरण संवाददाता, बरहज, देवरिया: क्षेत्र के परिषदीय विद्यालयों में शुद्ध पेयजल के इंतजामात नाकाफी है।
जागरण संवाददाता, बरहज, देवरिया: क्षेत्र के परिषदीय विद्यालयों में शुद्ध पेयजल के इंतजामात नाकाफी है। विद्यालयों में लगे इंडिया मार्क-2 हैंडपंप या तो खराब हैं या प्रदूषित जल उगल रहे हैं। भविष्य संवारने की इच्छा से विद्यालय में पढ़ने आ रहे नौनिहाल दूषित जल का सेवन करने को विवश हैं, जिससे उनकी सेहत बिगड़ रही है।
शहर से लेकर ग्रामीण इलाके के प्राथमिक विद्यालयों में छात्र स्वच्छ जल के लिए जूझ रहे हैं। कारण कि हैंडपंप खराब है। आइए नजर दौड़ाते हैं विद्यालयों की पेयजल व्यवस्था पर, प्राथमिक विद्यालय तिवारीपुर का हैंडपंप विगत चार वर्ष से खराब है। लिहाजा पास के मंदिर पर गड़े प्रतिबंधित देशी हैंडपंप का पानी छात्र हर रोज पी रहे हैं। बीआरसी परिसर स्थित विद्यालय का हैंडपंप प्रदूषित जल दे रहा है। पुराना बरहज, नंदना वार्ड पश्चिमी का भी यही हाल है।
ग्रामीण इलाके के प्राथमिक विद्यालय नरंगा पर लगा हैंडपंप छह माह से खराब है। भोजन करने के बाद छात्र पानी के लिए घर जाते हैं। पैना पूर्वी, पैना पश्चिम पट्टी, बड़कागांव, करायल शुक्ल, भदिला प्रथम, बेलडाड़, मेहियवां सहित तमाम स्कूलों में लगे हैंडपंपों आयरन की अधिक मात्रा वाला पानी निकल रहा है। पानी कुछ देर बर्तन में रखने के बाद पहला पड़ जाता है। कपरवार कन्या विद्यालय का भी सही हाल है। मध्याह्न भोजन करने के बाद प्यास बुझाने के लिए हर रोज नौनिहाल पानी के रूप में मीठा जहर पी रहे हैं और जिम्मेदार बेपरवाह हैं। जल निगम इंडिया मार्क हैंडपंपों के रखरखाव का जिम्मा ग्राम प्रधान के हाथ होने की बात कह रहा है तो ग्राम प्रधान खाते में धन न होने की दुहाई दे रहे हैं।