पुलिस की ताबड़तोड़ छापामारी, ग्रामीणों का पलायन
देवरिया : रामपुर कारखाना थाना क्षेत्र के रामपुर दूबे गांव में पुलिसिया सख्ती के चलते कर्फ्यू जैसे
देवरिया : रामपुर कारखाना थाना क्षेत्र के रामपुर दूबे गांव में पुलिसिया सख्ती के चलते कर्फ्यू जैसे हालात बन गये हैं। आरोपी ग्रामीणों को पकड़ने के लिए पुलिस ताबड़तोड छापेमारी कर रही है। पुलिस की खौफ से पुरुष गांव छोड़कर फरार हो गए हैं। सिर्फ महिलाएं व बच्चे गांव में दिख रहे हैं। दूसरी ओर पुलिस ने राष्टीय ध्वज जलाए जाने का आरोप लगाते हुए धारा में बढ़ोत्तरी कर दी है।
शुक्रवार को रामपुर दूबे गांव निवासी विनय दूबे की मौत के बाद आक्रोशित ग्रामीणों द्वारा पुलिस चौकी फूंके जाने का मामला अभी ठंडा नहीं पड़ा है। पिछले चौबीस घंटे के भीतर पुलिस आधा दर्जन बार छापेमारी कर आरोपी ग्रामीणों को पकड़ने का प्रयास करती रही। गांव की महिलाओं और बच्चों से पुरुषों के बारे में जबरिया जानकारी मांग रही है। दशहत के मारे पुरुष गांव छोड़ कर पलायन कर गए हैं। पुलिस पहले ही 15 लोगों को गिरफ्तार कर 37 को नामजद व 250 अज्ञात लोगों के खिलाफ धारा 147, 148, 149, 307, 395, 336, 332, 353, 341, 504, 506 का मुकदमा पंजीकृत कर चुकी है। अब एक नया मुकदमा रामपुर कारखाना थानाध्यक्ष अशोक यादव की तहरीर दर्ज कर किया गया है। इसमें आरोप है कि उपद्रवियों ने आगजनी की घटना के दौरान राष्ट्रीय ध्वज को भी जला दिया था। जले झंडे का कुछ अंश मिला है। तहरीर के आधार पर पुलिस ने धारा 2 के तहत राष्ट्रीय ध्वज के अपमान निवारण का मुकदमा दर्ज किया है।
मार्ग दुर्घटना में मरे विनय दूबे के पिता रामसूरत दूबे ने अज्ञात वाहन के खिलाफ तहरीर दी है। तहरीर में कहा है कि बेटे की मौत के जिम्मेदार वाहन चालक को शीघ्र गिरफ्तार कर कार्रवाई की जाए। पुलिस की उदासीनता पर वृद्ध पिता फफक कर रो पड़े और गांव के लोगों पर पुलिसिया कहर पर दुख: जताया।
पुलिस की कार्रवाई के चलते मृतक विनय दूबे की दो पुत्रियों को तबियत खराब हो गई है। दोनों बच्ची इलाज के लिए तड़प रही है। दहशत में कोई मदद के लिए आगे नहीं बढ़ रहा है। पत्नी भी बेसुध पड़ी हुई है। इस परिवार का कोई पुरसाहाल नहीं है।