गबन की धनराशि के वसूली का फरमान
देवरिया : मनरेगा की धनराशि का दुरुपयोग करने की शिकायत पर हुई जांच में 8.04 लाख का गबन उजागर हुआ है।
देवरिया : मनरेगा की धनराशि का दुरुपयोग करने की शिकायत पर हुई जांच में 8.04 लाख का गबन उजागर हुआ है। जिलाधिकारी ने गबन की धनराशि वसूल कर खाते में जमा कराने और संबंधित कर्मचारी व अधिकारी के खिलाफ विभागीय कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। इसे लेकर मामले में शामिल कर्मचारियों के होश उड़ गए हैं।
भटनी विकास खंड क्षेत्र की ग्राम पंचायत पुरना छापर निवासी शोभनाथ मिश्र ने 23 जनवरी 2014 को जिलाधिकारी से शिकायत थी। उसकी जांच उपायुक्त श्रम रोजगार ने 30 जनवरी 2015 को पांच ¨बदुओं पर जांच की। जांच में पुरना छापर में आदर्श जलाशय के निर्माण में 6.57,500 रुपये का फर्जी भुगतान पाया गया। परियोजना की स्वीकृति भी नहीं ली गई थी। एमबी भी फर्जी पाया गया। सुरेश मिश्र के घर से प्राथिमक विद्यालय तक मिट्टी कार्य बिना तकनीकी स्वीकृति के पाया गया।
इसमें रोजगार सेवक ऋषिपाल, ग्राम पंचायत अधिकारी पीएस राय, तकनीकी सहायक यूपी ¨सह व ग्राम प्रधान ऊषा देवी ने संयुक्त रूप से कूटरचित अभिलेखों के आधार पर बिना तकनीकी स्वीकृति लिए धन का दुरुपयोग किया है। इनके खिलाफ पंचायती राज एक्ट व भारतीय दंड संहिता के तहत मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया है।