देवरिया में खप रही गोरखपुर की कच्ची
देवरिया: जनपद के सीमावर्ती इलाकों में कच्ची का धंधा बेरोकटोक चल रहा है। करहकोल व पीपा के पुल के रा
देवरिया:
जनपद के सीमावर्ती इलाकों में कच्ची का धंधा बेरोकटोक चल रहा है। करहकोल व पीपा के पुल के रास्ते लग्जरी वाहनों से रोजाना आ रही कच्ची शराब की खेप से एक तरफ जहां राजस्व की क्षति हो रही है, वहीं दूसरी तरफ इसका सेवन मौतों का कारण बन रहा है। गोरखपुर के सीमावर्ती गांवों में बन रही कच्ची शराब की खपत रुद्रपुर कछार के एक दर्जन से अधिक गांवों में हो रही है।
बता दें कि दोआबा में राप्ती और गोर्रा कच्ची के कारोबार का एक महफू ज ठिकाना माना जा रहा है। इसी को केंद्र मानकर कच्ची का एक सफेदपोश कारोबारी इस खेल में एक दशक से शामिल है। उसने इस कारोबार से अपना बड़ा जाल तैयार कर लिया है। यहां तक कि उसके भय से क्षेत्र में जुबान भी खोलने से कतराते हैं। दिन-प्रतिदिन उसका कारोबार फैलता जा रहा है। कच्ची कछार के अलावा समीपवर्ती गोरखपुर जनपद के विभिन्न थानों के गांवों में अपना जाल फैला रखा है। कारोबारी रात में लग्जरी वाहनों से कच्ची के खेप को ठिकानों तक पहुंचाते हैं, जहां इसके शौकीनों का जमावड़ा लगता है।
सूत्रों की माने तो इस खेल में पुलिस को बंधी रकम हर माह मिलती है। इस कारण कारोबारियों के गिरेबान तक पहुंच पाने में घुटने टेक दे रहे हैं। इस धंधे में गरीब वर्ग की महिलाएं भी शामिल हैं। गौरतलब है कि क्षेत्र के ग्राम सरांव, सरांव खुर्द, सरांव बुजुर्ग, बसडीला, बकरुआ, नरायनपुर औराई, बजरंग चौराहा, शीतलमांझा, पाडेय मांझा व जोगियां सहित करीब दो दर्जन से अधिक गांवों में कच्ची का काला धंधा प्रशासन की आंखों में धूलझोंक कर बेरोकटोक चल रहा है। बावजूद इसके पुलिस की पैनी नजर भी इन पर नहीं पड़ रही है।
आलम यह है कि झंगहा और गगहां थाना क्षेत्र के बौठा, गजपुर, कौड़ीराम, जीवकर नेवादा बोहाबार, नई बाजार सहित आधा दर्जन गांवों में बन रही कच्ची की महक से देवरिया जनपद के कई गांव गिरफ्त में आते जा रहे हैं।
इस बाबत पुलिस उपाधीक्षक सुधीर शर्मा ने कहा कि शीघ्र ही कच्ची के ठिकानों को चिह्नित कर कारोबारियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।