भागलपुर पुल की स्थिति जानने पहुंचे अधिकारी
देवरिया : देवरिया-बलिया मार्ग को जोड़ने वाले भागलपुर पुल की हालत जांचने बुधवार को सेतु निगम तथा लोक न
देवरिया : देवरिया-बलिया मार्ग को जोड़ने वाले भागलपुर पुल की हालत जांचने बुधवार को सेतु निगम तथा लोक निर्माण विभाग की संयुक्त टीम मौके पर पहुंची और घंटों निरीक्षण किया। पुल की खामियों को दूर करने में अनुमानित लागत बढ़ने की संभावना है। यह लागत एक करोड़ एक लाख रुपये तक पहुंच सकती है।
देवरिया-बलिया को जोड़ने के लिए भागलपुर स्थित घाघरा नदी पर पुल बनवाया गया है। डेढ़ दशक में ही इस पुल के बेयरिंग में खराबी आ गई। फरवरी में लखनऊ से आई जांच टीम ने पुल पर बड़े वाहनों के गुजरने पर रोक लगाने का निर्देश दिया। इसके बाद से ही बड़े वाहनों को रोक दिया गया है। कभी लोक निर्माण विभाग तो कभी सेतु निगम प्रस्ताव बनाकर शासन को भेज रहा है, लेकिन किसी भी विभाग को बजट नहीं मिल सका है। शासन द्वारा प्रस्ताव लौटाने की खबर को जागरण ने प्रमुखता से प्रकाशित किया। इसके बाद जिला प्रशासन ने गंभीरता से लेते हुए लोक निर्माण विभाग व सेतु निगम के संयुक्त टीम को भागलपुर पुल पर जांच के लिए भेजा। हमारे भागलपुर संवाददाता के अनुसार जिसमें लोक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता अनुराग चतुर्वेदी, अधिशासी अभियंता आरबी राम, अवर अभियंता जयशंकर सिंह, सेतु निगम के उपनिदेशक जीआर सिंह, परियोजना प्रबंधक दीपक गोयल शामिल रहे। अधिकारियों ने बारीकी से इसका निरीक्षण किया। दीपक गोयल ने बताया कि इसका निर्माण लोक निर्माण विभाग की देख-रेख में किया जाएगा। पुल के जोड़ पर भी गड्ढे बन गए हैं। उसका भी निर्माण कराया जाएगा। अब इसका बजट बढ़ सकता है। हालांकि सूत्रों का कहना है कि अनुमानित खर्च एक करोड़ एक लाख रुपये हो सकता है।
अधिकारियों के सामने ही गुजरते रहे वाहन
इस पुल पर भले ही बड़े वाहनों को रोकने संबंधित निर्देश जारी हो चुका है। लेकिन अभी भी ओवर-लोड वाहन गुजर रहे हैं। बुधवार को विभाग के सभी अधिकारी पुल पर खड़े थे। उस बीच भी लोडेड वाहन पुल से गुजरते नजर आए। कुछ वाहनों को अधिकारियों ने रोका भी।