वह जलता रहा,तमाशबीन देखते रहे
देवरिया : शरीर में आग लगने के बाद अजय चीखने-चिल्लाने लगा। वह जान बचाने के लिए गुहार लगाता रहा, लेकिन
देवरिया : शरीर में आग लगने के बाद अजय चीखने-चिल्लाने लगा। वह जान बचाने के लिए गुहार लगाता रहा, लेकिन खेत किनारे खड़ी भीड़ तमाशबीन बन देखती रही। घटनास्थल से कुछ दूर स्थित एक घर में रहने वाली महिला ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि मौत के लिए गांव के लोग जिम्मेदार हैं। लोगों ने अगर प्रयास किया होता तो, अजय की जान बच सकती थी।
मामला बरहज थाना क्षेत्र के ग्राम खोढ़ा की है । पैंतीस वर्षीय युवक बुधवार की सुबह खेत में संदिग्ध परिस्थितियों में झुलस गया।
परिजनों के मुताबिक अजय सिंह उर्फ धुंधकारी सिंह (35) पुत्र भगवती सिंह सुबह करीब दस बजे खेत की तरफ जाने की बात कहकर घर से निकला। लगभग साढ़े दस बजे खेत में उसके जलने की सूचना मिली। मौके पर पहुंचे घरवालों ने देखा कि अजय चीखते हुए खेत में इधर-उधर भाग रहा था। उसके शरीर से आग की लपटें उठ रही थीं। काफी प्रयास के बाद आग पर काबू पाया गया। परिजन उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां चिकित्सकों ने हालत गंभीर देख जिला अस्पताल भेज दिया। रास्ते में उसकी मौत हो गई। परिजनों ने गांव के ही कुछ लोगों पर जलाकर मारने का आरोप लगाया है। परिजनों ने बताया कि गांव के तीन व टड़ियां के एक व्यक्ति ने फरवरी 2014 में अजय को बहला-फुसला कर खेत बैनामा कराया था, लेकिन कीमत नहीं दी। इसकी जानकारी होने पर अजय की पत्नी अंजली (अब मृत) ने तहसीलदार न्यायालय में खारिज दाखिल रोकने के लिए वाद दाखिल कर दिया था। अजय उसी खेत में जला, जिसका बैनामा हुआ था।
घटना की सूचना मिलते ही क्षेत्राधिकारी डा.राकेश कुमार मिश्र व थानाध्यक्ष राजेंद्र वर्मा मौके पर पहुंचे और घटना का जायजा लिया। डा.मिश्र ने बताया कि मामले की जांच हो रही है। तहरीर मिलने पर मुकदमा भी दर्ज होगा।