लोक अदालत में 681 वादों का निस्तारण
देवरिया : जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में रविवार को जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेव
देवरिया : जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के तत्वावधान में रविवार को जनपद न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण अशोक कुमार की अध्यक्षता में लोक अदालत का आयोजन किया गया। इस दौरान कुल 681 वादों का निस्तारण किया गया तथा 59705 रुपये की धनराशि जुर्माने के रूप में वसूल की गई व 305000 रुपये की धनराशि ्रपतिकर के रूप में पीड़ित पक्षकारों को दिलाया गया।
इस दौरान अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजीव भारती द्वारा दो मोटर दुर्घटना प्रतिकर वादों का निस्तारण किया गया और 120000 रुपये की धनराशि प्रतिकर के रूप में दिलाई गई। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश रमापति मौर्य द्वारा एक उत्तराधिकार वाद का निस्तारण किया गया। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश राकेश कुमार त्रिपाठी द्वारा एक मोटर दुर्घटना ्रप्रतिकर वाद का निस्तारण किया गया। अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश अंगद प्रसाद द्वारा एक मोटर दुर्घटना प्रतिकर वाद का निस्तारण किया गया। प्रधान न्यायाधीश (परिवार) रामकेश द्वारा सुलह समझौते के आधार पर चार भरण पोषण तथा दो वैवाहिक समेत कुल छह वादों का निस्तारण किया गया। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट इंदू द्विवेदी द्वारा 13 अपराधिक वादों का निस्तारण किया गया। अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट त्रिलोकपाल सिंह द्वारा कुल 484 अपराधिक वादों का निस्तारण किया गया। सिविल जज जेडी सुशील कुमार द्वारा एक दीवानी वाद का निस्तारण किया गया। न्यायिक मजिस्ट्रेट इंद्रजीत सिंह द्वारा 55 अपराधिक वादों का निस्तारण किया गया। अपर सिविल जज जेडी श्रीमती लवली जायसवाल द्वारा कुल 17 वादों का निस्तारण किया गया। इस अवसर पर उप जिला मजिस्ट्रेट सदर द्वारा 45 फौजदारी तथा नायब तहसीलदार भाटपाररानी द्वारा पांच राजस्व वादों का निस्तारण किया गया।
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परिवार न्यायालय से मिली राहत, दो दम्पत्तियों का हुआ मिलन
दम्पत्तियों के मिलने व बिछुड़ने में रोड़ा बने परिवार न्यायालय में न्यायाधीश की तैनाती से रविवार को वादकारियों के चेहरे पर खुशी की लहर देखने को मिली। लोक अदालत में प्रधान न्यायाधीश के अथक प्रयास से वर्षो से बिछुड़े दो दम्पत्तियों को आपस में मिलने पर खुशी के आंसू छलक आए।
लगभग 11 माह से रिक्त परिवार न्यायालय दम्पत्तियों के मिलन व जुदाई में आड़े आ रहा था, क्योंकि पीठासीन अधिकारी ने त्यागपत्र दे दिया था। अधिवक्ताओं की मांग पर अतत: रामकेश प्रसाद की नियुक्ति प्रधान न्यायाधीश के पद पर होने पर रविवार को कचहरी में अवकाश होने के उपरांत भी परिवार न्यायालय में चहल-कदमी बनी हुई थी। एक ओर जहां कोतवाली थाना क्षेत्र के ग्राम टेघरा निवासी पूजा देवी को अपने पति से मिलने की आस पूरी हुई वहीं बासदेवपुर निवासी राधेश्याम को मझधार में छोड़ कर चली गई पत्नी कविता से भी पुन: जीवन भर साथ निभाने का प्रयास पूरा हुआ।