अतिरिक्त गांवों का अभिलेख लेखपालों ने किया वापस
देवरिया : उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ ने अपनी मांगों को लेकर विरोध जताया और अतिरिक्त गांवों का अभिलेख श
देवरिया : उत्तर प्रदेश लेखपाल संघ ने अपनी मांगों को लेकर विरोध जताया और अतिरिक्त गांवों का अभिलेख शनिवार को तहसील में जमा कर दिया। रजिस्ट्रार कानूनगो राम कैलाश यादव ने अभिलेख को रिकार्ड में सुरक्षित रख दिया।
जिलाध्यक्ष नागेश पति त्रिपाठी, जिला मंत्री बृजेश लाल, तहसील अध्यक्ष संतोष कुमार, मंत्री उमेश उपाध्याय व रामानंद पाल के नेतृत्व में रिक्त क्षेत्र के लेखपालों ने तहसीलदार अभय कुमार सिंह के निर्देश पर जमा कर दिया। अभिलेख को रजिस्ट्रार कानूनगो ने अभिलेखागार में सुरक्षित रख दिया।
जिन लेखपालों ने अतिरिक्त बस्ता जमा किया। उसमें रामानंद पाल, हजरत अली, रमेश यादव, रमेश गुप्ता, शारदा प्रसाद यादव, दिग्विजय मिश्र, कृष्णदेव यादव, रामनरेश गुप्त, रमाशंकर प्रसाद, कृष्ण कन्हैया चौबे, संतोष कुमार, सुबाष प्रसाद गोंड, त्रिभुवन गुप्ता, अशोक, लक्ष्मण प्रसाद, रमाशंकर प्रसाद, शिव कुमार चौधरी, ओमप्रकाश चौरसिया, बाबूराम, मदन प्रसाद, राजेंद्र प्रसाद, सूर्यदेव पटेल शामिल रहे।
लेखपालों का विरोध प्रदर्शन
भाटपाररानी तहसील परिसर में लेखपालों ने हरिश्चंद्र पांडेय के नेतृत्व में तहसील में विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर अतिरिक्त गांवों का बस्ता राजस्व निरीक्षक के पास जमा कर दिया। तहसील क्षेत्र में कुल 52 हलके हैं, जबकि लेखपालों तैनाती मात्र 22 है। ऐसे में कार्य के बढ़ते लोड से वे परेशान हैं। हमारी मांगों को पूरा नहीं किया जा रहा है और अनावश्यक रूप से क्षमता से अधिक कार्य लिया जा रहा है। हमारी समस्या को न कोई सुनने वाला है और न ही समझने वाला। ऐसे में मजबूरन हमें यह कदम उठाना पड़ रहा है। इस दौरान रामजी प्रसाद, तूफानी प्रसाद, कृष्ण मोहन कांत, आदर्श पांडेय, अशोक पाल, मुन्ना, ज्ञानचंद, पारस, शैलेष आदि मौजूद रहे।