शव वतन मंगाने को तहसील में परिजनों का धरना
देवरिया : सऊदी अरब में 36 दिन पूर्व मार्ग दुर्घटना में कालकवलित राकेश सिंह का शव जब वतन नहीं पहुंचा, तो परिजनों का धैर्य जवाब दे गया। गम के समंदर में डूबे लाल के अंतिम दर्शन को लालायित परिजनों ने मंगलवार को तहसील परिसर में धरना शुरू कर दिया। इस दौरान समर्थन में सर्वदलीय लोग भी आ गए। उधर सूचना पर तहसील दिवस में पहुंचे जिलाधिकारी शरद कुमार सिंह व एसपी डा.एस चन्नप्पा ने शव जल्द मंगाने का आश्वासन दिया। फिलहाल परिजनों ने 17 तक शव न आने पर 18 सितंबर को डीएम कार्यालय पर धरना देने का भी एलान किया है।
सलेमपुर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम विराजमार निवासी राकेश सिंह सऊदी अरब कमाने गया था। 27 जुलाई को मार्ग दुर्घटना में उसकी मौत हो गई। इसके बाद से ही परिजन शव मंगाने के लिए प्रशासन से गुहार लगा रहे हैं। इसके बावजूद कहीं से कोई आश्वासन नहीं मिला। 36 दिन गुजर जाने के बाद जब शव नहीं आया तो राकेश के परिजन तहसील परिसर में धरना पर बैठ गए। मौके पर पहुंचे जिलाधिकारी शरद कुमार सिंह व पुलिस अधीक्षक डा.एस चनप्पा से लोगों ने जल्द शव मंगाने व परिजनों को आर्थिक सहायता दिलाने की मांग की। डीएम ने जल्द से जल्द शव मंगाने का आश्वासन दिया। धरना में राकेश के चाचा मनोज सिंह, भाई टीपू सिंह के अलावा नगर पंचायत के पूर्व अध्यक्ष सुधाकर गुप्त, डा.धर्मेद्र पांडेय, रामरतन गुप्त, सुभाष वरुण, सुभाष सिंह, हदीश अंसारी, मुकेश कुमार, हरिकेवल, कमलेश त्रिपाठी, अरविंद मिश्र, राजेश रावत, उमेश प्रसाद, ब्यास यादव, वीरेंद्र प्रसाद, पारसनाथ सिंह, विनोद कुमार, संतोष ठाकुर, सभापति मिश्र, गिरिजाशंकर पटेल समेत सैकड़ों लोग रहे।
किस-किस को दिया गया पत्रक
27 जुलाई की रात जब राकेश के मौत की सूचना मिली तो परिवार में कोहराम मच गया। इसके बाद से ही राकेश की पत्नी प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, राज्यपाल, मुख्यमंत्री, विदेश मंत्री, गृह मंत्री, जिलाधिकारी, कमिश्नर समेत अन्य लोगों को पत्र देना शुरू किया। शव मंगाने की बात तो दूर किसी ने उसके घर फोन करके शव मंगाने तक का आश्वासन भी नहीं दिया।