अनाथ बेटियों के मदद के लिए बढ़े हाथ
देवरिया : खामपार थाना क्षेत्र के खामपार निवासी अनाथ हो चुकी तीन बहनों की पीड़ा उकेरती खबर अनाथ बेटियों को पालनहार की तलाश शीर्षक से जागरण के 30 अगस्त के अंक में प्रकाशित खबर से लोगों का दिल पसीजा और इन अनाथों की मदद के लिए आगे आए हैं। इनमें समाजसेविका गिरिजा त्रिपाठी ने तीनों बहनों की संपूर्ण जिम्मेदारी लेने की इच्छा जताई है।
दुर्गेश गुप्ता 37 पुत्र सरल गुप्ता व उसकी पत्नी विमला देवी का निधन हो चुका है। दुर्गेश की मौत तीन दिन पहले हुई, तो उसकी पत्नी पांच वर्ष पूर्व गुजर गई। ऐसे में उसकी तीन बेटियां संध्या, शिल्पी व संजना अनाथ हो गई। तीनों के सामने रोटी का संकट खड़ा हो गया है। इस खबर को जागरण में छपने के बाद खामपार इंटर कालेज प्रबंधक ने विद्यालय में इंटर तक तीनों बच्चियों को निश्शुल्क शिक्षा देने की बात कही है, तो मां विंध्यवासिनी महिला प्रशिक्षण एवं समाजसेवा संस्थान द्वारा संचालित बालगृह बालिका स्टेशन रोड देवरिया की संचालिका श्रीमती गिरिजा त्रिपाठी ने तीनों बच्चियों के पालन पोषण, पढ़ाई व शादी तक की जिम्मेदारी संस्था के माध्यम से उठाने का प्रस्ताव रखा है। बच्चियां अभी पड़ोस की एक विधवा महिला के घर शरण लिए हुए हैं। श्रीमती त्रिपाठी ने जागरण को धन्यवाद देते हुए कहा कि वास्तव में दैनिक जागरण समाज की समस्याओं को प्रमुखता से उठा रहा है। मैं इन तीनों बच्चियों के पालन की जिम्मेदारी आधिकारिक रूप से लेना चाहती हूं। परिजन, ग्राम प्रधान या जो भी अभिभावक हैं, उससे मै दो दिन के अंदर मिलूंगी।