मतदान पूर्व बदलेगी मतदेय स्थलों की सूरत
जागरण संवाददाता, देवरिया : लोकसभा सामान्य निर्वाचन 2014 को निष्पक्ष व शातिपूर्ण संपन्न कराने के लिए आयोग ने मतदेय स्थलों पर बुनियादी सुविधाएं मुहैया कराने के निर्देश दिए हैं। आयोग की नजर खासतौर पर मतदेय स्थल बने उन परिषदीय विद्यालयों पर है जहा बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। यानी जिन विद्यालयों में रैंप, पेयजल, विद्युत आपूर्ति, फर्नीचर व शौचालय आदि की सुविधाएं ठीक नहीं है चुनाव पूर्व वहा ये सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए खंड शिक्षाधिकारियों को जिम्मेदारी सौंप दी गई है।
सचिव बेसिक शिक्षा ने जिला बेसिक शिक्षाधिकारियों को भेजे पत्र में कहा है कि प्रत्येक मतदेयस्थल पर विकलांग मतदाताओं के लिए रैंप की आवश्यकता है। यदि कहीं नियमित व पक्के रैंप नहीं हैं, तो वहां अस्थायी रैंप की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय। इसके अलावा गर्मी में मतदान कर्मियों व मतदाताओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो इसको ध्यान में रखते हुए जहां हैंडपंप नहीं हैं वहां नए हैंडपंप लगवाए जायं। यदि खराब हैं तो ग्राम पंचायत/ स्थानीय निकायों के माध्यम से उनकी अविलंब मरम्मत कराई जाय। यदि रिबोर की आवश्यकता है तो जलनिगम के माध्यम से तत्काल रिबोर कराया जाय।
मतदेय स्थलों पर विद्युत आपूर्ति को लेकर भी आयोग गंभीर है। ऐसे में मतदेयस्थल के प्रत्येक कक्ष में समुचित प्रकाश की व्यवस्था कराई जाय। यदि किसी मतदेय स्थल पर विद्युत संयोजन नहीं है तो तत्काल विद्युत विभाग से संपर्क कर विद्युत संयोजन कराया जाय। मतदान के दौरान प्रत्येक मतदेय स्थल पर फर्नीचर आवश्यक है, जिसे देखते हुए वहां कुर्सियां, मेज व बेंच आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाय।
मतदेय स्थल बने ऐसे परिषदीय विद्यालय जहां शौचालय हैं, वहां साफ-सफाई व्यवस्था तथा जहां नहीं हैं वहां महिला व पुरुष मतदाताओं के लिए अलग-अलग अस्थायी शौचालय की व्यवस्था कराने के भी निर्देश हैं, ताकि मतदान के दौरान मतदान कर्मियों व मतदाताओं को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
''मतदान पूर्व मतदेय स्थलों पर सभी सुविधाएं मुहैया करा दी जाएंगी। खंड शिक्षाधिकारियों को युद्धस्तर पर लगकर कार्य पूर्ण कराने के निर्देश दिए गए हैं। जिलाधिकारी भी बूथों की नियमित समीक्षा कर रहे हैं। इसमें किसी प्रकार की लापरवाही क्षम्य नहीं होगी।''
-एमए अंसारी
जिला बेसिक शिक्षाधिकारी