एसडीएम की दहलीज से फरियादी गिरफ्तार
जागरण संवाददाता, देवरिया : दबंगों के कब्जे से भूमि मुक्त कराने की गुहार लेकर एसडीएम की दहलीज पर पहुंचे एक फरियादी को शनिवार को पौ फटने से पहले ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। मजे की बात यह है कि मामले पर पर्दा डालने के प्रयास में अब पीड़ित को मानसिक रोगी बताया जा रहा है। जबकि बारह घंटे तक शांतिपूर्ण तरीके से न्याय की भीख मांगने वाले पीड़ित का कहना है कि जिम्मेदार न्याय की गुहार नजरंदाज कर रहे हैं।
भीम गुप्ता पुत्र चंद्रबली सदर कोतवाली क्षेत्र के ग्राम रतनपुर का मूल निवासी है। पीड़ित के मुताबिक उसके नाम की भूमि पर गांव के ही दबंगों ने कब्जा कर लिया है। भूमि से दबंगों को बेदखल करने की मांग को लेकर उसने अधिकारियों की गणेश परिक्रमा की। नतीजा सिफर रहा। अधिकारियों के बर्ताव से आजिज भीम शुक्रवार को कलेक्ट्रेट परिसर स्थित एसडीएम कार्यालय पहुंचा। वहां कार्यालय के सामने ही धरने पर बैठ गया। समस्या का निदान तो दूर उसके पास फटकना भी किसी ने गवारा नहीं समझा। शाम ढलने के बाद भी पीड़ित टस से मस नहीं हुआ। अंधेरे ने जब अपने पांव पसार लिए तो वह पीडब्लूडी के गेस्ट हाउस पर पहुंचा। वहां अस्थाई रूप से निवास कर रहे एसडीएम के आवास के सामने वह पुन: फिर धरने पर बैठा। शनिवार को पौ फटने से पहले एसडीएम की नींद टूटी। वे आवास से बाहर निकले तो उनका माथा ठनक गया। दरवाजे के ठीक सामने भीम गुप्ता बैठा मिला। उन्होंने घटना की जानकारी कोतवाली पुलिस को दी। आनन-फानन मौके पर पहुंची पुलिस ने भीम को हिरासत में ले लिया। शनिवार को कोतवाली में बैठे भीम के चेहरे पर निराशा के भाव थे। उसने कहा कि कई अधिकारी आए, लेकिन उसकी गुहार किसी ने नहीं सुनी। शांतिपूर्ण ढंग से उसने जब न्याय की गुहार की तो गिरफ्तार कर लिया गया। जब तक भूमि से दबंग बेदखल नहीं होते वह चैन से नहीं बैठेगा।
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पीड़ित मानसिक विक्षिप्त : एसडीएम
देवरिया : इस बावत सदर एसडीएम गिरिजेश चौधरी ने कहा कि कार्यालय व आवास के सामने घंटों बैठा रहने वाला पीड़ित मानसिक विक्षिप्त प्रतीत हो रहा है। उसकी बात समझ के परे है। वह अपनी बात रखने में नाकामयाब है। उसके पास ऐसे कोई कागजात नहीं जिस पर कार्रवाई की जा सके। एसडीएम ने पीड़ित की गिरफ्तारी से इन्कार किया है।