दो माह बाद घर पहुंचा रिसर्च स्कालर का शव
जागरण संवाददाता, चित्रकूट: जिला मुख्यालय से सटे कुंजनपुरवा मजरा कसहाई निवासी रिसर्च स्कालर की संदिग्
जागरण संवाददाता, चित्रकूट: जिला मुख्यालय से सटे कुंजनपुरवा मजरा कसहाई निवासी रिसर्च स्कालर की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत ताइवान में हो गई। दूर देश से शव आते आते दो माह लग गए। शुक्रवार को शव पहुंचने की सूचना पर परिजन, पड़ोसी और रिश्तेदार सभी मौजूद थे। परिजनों ने हत्या की आशंका जताते हुए भारत सरकार से उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की है। दोपहर बाद उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार कुंजनपुरवा मजरा कसहाई निवासी राधेश्याम पाल (27) पुत्र राम गोपाल पाल का शव शुक्रवार को यहां पहुंचा। राधेश्याम आईआईटी रुडकी में पढ़ाई कर रहा था तभी उसका कैंपस सेलेक्शन रिसर्च स्कालर (शोधार्थी) के रूप में हुआ था। दूर के देश ताइवान के ¨शझू शहर स्थित नेशनल टी¨झग यूनीवर्सिटी में उसे दाखिला मिला। वहां पर शोध कर रहा था। उसके बड़े भाई प्रभु दयाल पाल ने बताया कि उसके एक दोस्त ने सूचना दी थी कि उसकी मौत हो चुकी है। इस सूचना पर परिजनों में हाहाकार मच गया। तभी से उसके दोस्त से परिवार के लोग राधेश्याम के शव को लाने को कह रहे थे। दो माह बाद घर पर शव पहुंचने पर परिजनों की आंखों के आंसू थम नहीं रहे थे। परिजनों का आरोप है कि मेधावी होने के चलते भाई की हत्या की गई है। शव पहुंचने की जानकारी होने पर गुलाबी गैंग कमांडर व मानिकपुर विधानसभा से कांग्रेस प्रत्याशी संपत पाल सहित कई नेता मौके पर पहुंचे और पीडित परिवार को ढांढ़स बंधाया। दोपहर बाद राधेश्याम का अंतिम संस्कार कर दिया गया।