उपले नहीं खाद के रूप में प्रयोग करें गोबर
जागरण संवाददाता, चित्रकूट: ईंधन के काम आने वाले पौधे को लगाना चाहिए। गोबर को उपले बनाकर नष्ट नहीं क
जागरण संवाददाता, चित्रकूट: ईंधन के काम आने वाले पौधे को लगाना चाहिए। गोबर को उपले बनाकर नष्ट नहीं करना चाहिए। गोबर का अधिकांश हिस्सा खाद के रूप में ही प्रयोग किया जाना चाहिए। यह बात कृषि वानिकी प्रशिक्षण में सहायक विकास अधिकारी ने कही।
सामाजिक विकास संस्थान द्वारा सीतापुर में कृषि वानिकी प्रशिक्षण का आयोजन किया गया। इसमें सहायक विकास अधिकारी रमेश कुमार ने कहा कि ईंधन वाले पौधों को लगाना चाहिए ताकि ईंधन के रूप में प्रयोग होने वाले गोबर की बचत हो सके। गोबर को उपले बनाकर नष्ट कर देते हैं, जबकि उसका उपयोग खेतों की उर्वरता बढ़ाने के लिए खाद के रूप में ही होना चाहिए। गांव में परती पड़ी जमीन में बबूल, सीशम, ढाक, बांस, सहतूत व देशी फलों के पौधों के साथ चारा वाले पौधे लगाने चाहिए। उद्यान निरीक्षक धर्मेंद्र भारतीय, राकेश कुमार ने भी अपनी बात रखी।