²ष्टि दिव्यांग अब खुद डाल सकेंगे अपना वोट
जागरण संवाददाता,चित्रकूट: विधान सभा चुनाव में इस बार दिव्यांग मतदाताओं पर भारत निर्वाचन आयोग मेहरबा
जागरण संवाददाता,चित्रकूट: विधान सभा चुनाव में इस बार दिव्यांग मतदाताओं पर भारत निर्वाचन आयोग मेहरबान है। उन्हें पो¨लग बूथ तक लाने के लिए मदद तो की ही जाएगी। मतदान करने के लिए आयोग ने खासकर ²ष्टि दिव्यांगों को दोहरी सुविधा दी है। इस वर्ग के दिव्यांग खुद वो¨टग करना चाहते हैं, तो उनकी यह हशरत भी पूरी होगी। वे अपने पसंदीदा उम्मीदवार को अबकी बार खुद वोट कर सकेंगे। इसके पहले उनके लिए यह काम उनका सहायक करता रहा है। इस बार आयोग ने उन्हें इस वेचारगी से मुक्त कर दिया है।
हर बार लोकसभा चुनाव हो या फिर विधानसभा दिव्यांगों को मतदान के लिए उनकी पसंद का सहायक मुहैया कराया जाता रहा है। एक प्रकार से दिव्यांगों के लिए यह मजबूरी बनी हुई थी। इस मजबूरी से आयोग ने ²ष्टि दिव्यांगों को मुक्त कर दिया है। इससे इस वर्ग के दिव्यांग यदि सहायक से वोट नहीं डलवाना चाहते हैं तो तो खुद वोट कर सकेंगे।
पहले वो¨टग के लिए हर प्रकार के दिव्यांग के लिए एक ही प्रकार की सुविधा मिलती थी। इस वर्ग के मतदाताओं के लिए एक सहायक बना दिया जाता था। ज्यादातर मामलों में परिवार के ही किसी सदस्य को सहायक बनाया जाता रहा है और वही व्यक्ति उसका वोट डालता रहा है।
अब ऐसे करेंगे मताधिकार का प्रयोग
पहले से मिल रहे सहायक पर कोई कटौती नहीं की गई। बल्कि ²ष्टि दिव्यांगों को सहायक के अलावा एक और सुविधा दी गई है। इस वर्ग मतदाताओं के लिए हर बूथ पर डमी बैलेट पेपर की व्यवस्था रहेगी। दिव्यांग मतदाताओं की डिमांड पर पीठासीन अधिकारी उन्हेँ ब्रेल लिपि उभरी हुई डमी बैलेट सीट उपलब्ध कराएगा। इस ब्रेल लिपि डमी बैलेट सीट पर ²ष्टि दिव्यांग मतदाता उभरे हुए नंबर के आधार पर अपने पसंदीदा प्रत्याशी का नंबर पहचान लेगा। जैसे उसका पसंदीदा प्रत्याशी तीन नंबर पर है। इसे याद कर ईवीएम में दाई ओर लगी बैले¨टग यूनिट के ब्ल्यू बटन को दबाकर अपने प्रत्याशी को वोट करेगा।
बोले अधिकारी
उप जिला निर्वाचन अधिकारी विजय कुमार पांडेय ने बताया कि ²ष्टि दिव्यांगों के लिए यह अतिरिक्त सुविधा दी गई है। उन्होंने बताया कि ²ष्टि दिव्यांगों के लिए मताधिकार संबंधी तैयारी की जिम्मेदारी प्रभारी अधिकारी लेखन सामग्री, डाक मत पत्र बंदोबस्त अधिकारी चकबंदी डा. राजेश त्रिपाठी को सौंपी गई है। उन्हें समय सीमा के भीतर इस कार्य को पूर्ण करने के निर्देश दिए गए हैं।