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मिंट्टी खदान धंसी, भाभी व ननद की दबकर मौत

चित्रकूट,जागरण संवाददाता : मिंट्टी की खदान धंसने से भाभी व ननद की मौत हो गई जबकि दो को गंभीर चोटे आई

By Edited By: Published: Sat, 22 Oct 2016 08:40 PM (IST)Updated: Sat, 22 Oct 2016 08:40 PM (IST)
मिंट्टी खदान धंसी, भाभी व ननद की दबकर मौत

चित्रकूट,जागरण संवाददाता : मिंट्टी की खदान धंसने से भाभी व ननद की मौत हो गई जबकि दो को गंभीर चोटे आई हैं। मिंट्टी की खुदाई करते समय हादसा हुआ। महिलाएं दीपावली के पूर्व घर की मरम्मत के लिए मिंट्टी लेने खदान गई थी।

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यह दर्दनाक हादसा कोतवाली क्षेत्र के ब्यूर गांव से एक किलोमीटर दूर टठेड पहाड़ में शनिवार की सुबह करीब दस बजे हुआ। इस पहाड़ में पत्थर की खदानें चलती थी। जिनमें कुछ माह से खनन कार्य प्रशासन के दबाव से बंद हो गया है। उन्हीं खदान में ब्यूर के मजरा धोबी पुरवा से राधा देवी पत्नी इंद्रपाल श्रीवास अपनी ननद रेखा पुत्री भोला, सास बेसनिया व पड़ोसिन रन्नो पुत्री छोटा धतुरहा को साथ लेकर मिंट्टी निकालने गई थी। बताया गया है कि राधा व रेखा मिंट्टी खोदने के लिए गुफा नुमा बनी खदान के अंदर धुस गई। जबकि उसकी सास बेसनिया रन्नो के साथ खदान के ऊपर मिंट्टी खुदाई करने लगी। जब चारों मिंट्टी खोदने में जुटी थी तभी खदान की एक चंट्टान मिंट्टी के साथ भसक गई। जिसमें राधा व रेखा दब गई और बेसनिया व रन्नो चंट्टान के साथ नीचे गिरी।

पत्थरों से घायल हुई बेसनिया व रन्नो ने देखा कि राधा व रेखा पूरी तरह से मिंट्टी में दब गई है तो कोहराम मचाती हुई गांव की ओर भागी। दौड़कर गांव वाले पहुंचे और किसी तरह मशक्कत कर राधा व रेखा को निकाला लेकिन दोनों की मौत हो चुकी थी। सूचना पर पहुंची पुलिस घंटों पोस्टमार्टम के लिए इंतजार करती रही लेकिन परिवार के लोग तैयार नहीं हुए। कोतवाली केप्रभारी निरीक्षक सत्यपाल सिंह ने कहा कि परिवार के लोगों ने पंचनामा भर दिया है कि शवों का पोस्टमार्टम नहीं कराना है।


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