बांदा सीट का रिकार्ड रहा कायम
हेमराज कश्यप, चित्रकूट : बांदा सीट का रिकार्ड एक बार फिर कायम रहा। सांसद रहते कोई भी प्रत्याशी सदन का मुंह नहीं देख सका। इस सीट से इस बार एक नहीं दो-दो वर्तमान सांसद चुनाव लड़ रहे थे लेकिन दोनों को ही मुंह की खानी पड़ी।
देश में वर्ष 1952 से अभी तक हुए 15 लोकसभा चुनाव में बांदा की जनता 13 अलग-अलग सांसद चुन चुकी है। जो अपने आप में एक रिकार्ड है। मतदाताओं ने किसी सांसद को प्रत्याशी के रुप में गले नहीं लगाया। वर्ष 1952, 57 और 62 में लगातार कांग्रेस के सांसद तो जीते लेकिन हर बार पार्टी ने नया चेहरा मैदान में उतारा था। इसी प्रकार वर्ष 1980 और 84 में भी कांग्रेस के सांसद हुए पर इस बार भी पार्टी ने पुराना पैतरा ही अपनाया। कांग्रेस के अलावा समाजवादी पार्टी को भी बांदा-चित्रकूट के वोटरों ने लगातार दो सांसद दिए लेकिन हर बार नए चेहरे रहे। यहां के मतदाताओं ने वर्ष 2004 में श्यामाचरण गुप्त और वर्ष 2009 में आरके पटेल को दिल्ली पहुंचाया।
वैसे यह नहीं कह सकते कि सांसद रहते कोई मैदान में उतरा ही नहीं। सांसद रहते जागेश्वर यादव, रामसजीवन सिंह, प्रकाश नारायण त्रिपाठी व रमेश चंद्र द्विवेदी आदि ने चुनाव लड़ा पर जनता ने उन्हें नकार दिया। यही रिकार्ड वर्ष 2014 के चुनाव में भी कायम रहा। बांदा सीट से वर्तमान सांसद आरके पटेल और मिर्जापुर सांसद बाल कुमार पटेल मैदान में थे लेकिन संसदीय क्षेत्र के मतदाताओं ने दोनों को पसंद नहीं किया।
अब तक के सांसद
वर्ष सांसद दल
1952 शिवदयाल उपाध्याय कांग्रेस
1957 दिनेश सिंह कांग्रेस
1962 सावित्री निगम कांग्रेस
1967 जागेश्वर यादव सीपीआई
1971 रामरतन शर्मा जनसंघ
1977 अंबिका प्रसाद पांडेय जनसंघ
1980 रामनाथ दुबे कांग्रेस
1984 भीष्मदेव दुबे कांग्रेस
1989 रामसजीवन सिंह सीपीआई
1991 प्रकाश नारायण त्रिपाठी भाजपा
1996 रामसजीवन सिंह बसपा
1998 रमेशचंद्र द्विवेदी भाजपा
1999 रामसजीवन सिंह बसपा
2004 श्यामाचरण गुप्त सपा
2009 आरके पटेल सपा
2014 भैरों प्रसाद मिश्र भाजपा