बाढ़ कंट्रोल रूम में ग्रामीण कर रहे फरियाद
-मंगलवार को सकलडीहा क्षेत्र से आई डेढ़ दर्जन शिकायतें -पशुओं को चारा व नाव की कर रहे मांग च
-मंगलवार को सकलडीहा क्षेत्र से आई डेढ़ दर्जन शिकायतें
-पशुओं को चारा व नाव की कर रहे मांग
चंदौली : जिले के मैदानी इलाकों में गंगा के कहर ने ग्रामीणों को जहां घर से बेघर कर दिया है, वहीं पानी से घिरे गांव के ग्रामीण नाव की सहायता व पशुओं के चारे की मांग कर रहे हैं। मंगलवार को दोपहर 12 बजे तक कलेक्ट्रेट में जिला प्रशासन द्वारा स्थापित बाढ़ कंट्रोल रूम में डेढ़ दर्जन से ऊपर शिकायतें केवल नाव व पशुओं के चारे की आई। यहां तैनात कर्मचारियों ने समस्या के बाबत संबंधित अधिकारियों को सूचना देने के साथ ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि जल्द ही उन्हें सहायता उपलब्ध करा दी जाएगी।
मां गंगा के जल स्तर में लगातार हो रही वृद्धि से तटवर्ती इलाकों के गांवों में कोहराम मचा हुआ है। सकलडीहा, चहनियां, धानापुर के कई गांव बाढ़ की चपेट में आने से ग्रामीण घर-बार छोड़कर पलायन कर रहे हैं। गांव के गांव जलमग्न हो जाने से हजारों एकड़ धान की फसल पानी में समा गई है। वहीं पशुओं के चारे की किल्लत ने पशुपालकों पर संकट उत्पन्न कर दिया है। चारे के अभाव में पशुओं को निवाला ही नहीं मिल पा रहा है। ऐसे में पशु असमय ही काल कवलित हो रहे हैं। वहीं ग्रामीणों को भी भोजन की व्यवस्था करने में नाकों चने चबाने पड़ रहे हैं।
-सकलडीहा क्षेत्र की शिकायतें ज्यादा
बाढ़ कंट्रोल रूम में मंगलवार को ज्यादातर शिकायतें सकलडीहा तहसील क्षेत्र के गांवों से जुड़ी रहीं। पूरा विजयी के रमापति चौधरी, चकरा के संजय पांडे, पलिया उत्तरी के चंद्रभान ¨सह ने गांव में नाव भेजने की गुहार लगाई। वहीं दीया के राधेश्याम यादव, दिया के मड़ई धानापुर के राम अवतार यादव ने नाव व पशुओं के लिए चारा के बाबत प्रशासन से आग्रह किया। कंट्रोल रूम में तैनात कर्मचारी मुसाफिर ¨सह यादव व राम लाल पाल ने बताया कि वे ग्रामीणों की समस्याओं को गंभीरता से सुनने के साथ संबंधित अधिकारियों को इसकी सूचना दे रहे हैं। ताकि ग्रामीणों को तत्काल सुविधा मुहैया कराई जा सके।