कृषि विभाग की निगरानी में होगा उर्वरक का आंवटन
चंदौली: 'धान के कटोरे' के किसानों को सुगमतापूर्वक, गुणवत्तायुक्त उर्वरक उपलब्ध कराने के लिए शासन
चंदौली: 'धान के कटोरे' के किसानों को सुगमतापूर्वक, गुणवत्तायुक्त उर्वरक उपलब्ध कराने के लिए शासन ने नया फरमान जारी किया है। इसके तहत जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला स्तरीय समिति का गठन किया गया है। इसमें सीडीओ को अध्यक्ष व जिला कृषि अधिकारी को सचिव पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है। ताकि सहकारी समितियों व प्राइवेट वितरकों द्वारा किसानों में उर्वरक वितरण की कार्रवाई पर निगरानी रखी जा सके। वहीं किसानों को उचित रेट पर उर्वरक उपलब्ध हो रहा है कि नहीं इस बात का भी ख्याल रखा जाएगा।
शासन ने वर्ष 2012 में सहकारी समितियों के एआर कोआपरेटिव को उर्वरक आवंटन की कार्रवाई में विशेष महत्व प्रदान कर दिया था। एआर को समिति के सचिव पद की जिम्मेदारी सौंपे जाने से समितियों को तो प्राथमिकता के आधार पर उर्वरक आवंटन होता रहा। पर अन्य उर्वरक केंद्रों के साथ न्याय नहीं हो पाने से किसानों को उर्वरक के लिए भटकना पड़ रहा था। वहीं जिला कृषि विभाग भी किसानों को उर्वरक उपलब्ध कराने में असहज महसूस कर रहा था। पर शासन के फरमान से अब जिला कृषि अधिकारी ही सभी उर्वरक आवंटन के सचिव होंगे। ऐसे में उर्वरक वितरण में एंग्री जक्शन, प्राइवेट दुकानदारों को भी सुगमता व प्रचुर मात्रा में उर्वरक उपलब्ध हो सकेगा।
समिति के ये होंगे सदस्य
समिति में जिला सहायक निबंधक, सचिव महाप्रबंधक जिला सहकरी बैंक, कनिष्ठ क्षेत्र प्रतिनिधि इफको, उर्वरक आपूर्तिकर्ता संस्था का प्रतिनिधि, जिला गन्ना अधिकारी, जिला प्रबंधक पीसीएफ समिति के सदस्य बनाए गए हैं।
नियमित रूप से होगी समीक्षा
समिति उर्वरक के आवंटन वितरण की नियमित रूप से समीक्षा करेगी। ताकि उर्वरकों के वितरण, मांग एवं आपूर्ति का निर्धारण सहीं ढंग से किया जा सके। वहीं वस्तु स्थिति की जानकारी जिलाधिकारी को अवगत कराया जाएगा।
उपलब्ध होगा उर्वरक
जिला कृषि अधिकारी कमलजीत ¨सह ने कहा कि किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए समिति का गठन हो गया है। प्रत्येक दशा में किसानों को उचित दाम पर उर्वरक उपलब्ध कराया जाएगा।