पालिका और बिजली विभाग के बीच पीस रहे नगरवासी
मुगलसराय (चंदौली): पालिका परिषद की ओर से बिजली के खंभों को हटाए बगैर ही कैलाशपुरी मोड से सुभाष पार्क
मुगलसराय (चंदौली): पालिका परिषद की ओर से बिजली के खंभों को हटाए बगैर ही कैलाशपुरी मोड से सुभाष पार्क तक सड़क के मध्य डिवाइडर बनाने का कार्य शुरू कर दिया। इससे राहगीरों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
पालिका अध्यक्ष ने गत दिनों बैठक में विद्युत विभाग के अधिकारियों के विरुद्ध नाराजगी जताई थी। इसके बाद कर्मचारियों ने दिन में सुबह 10 से शाम 5 बजे तक शट डाउन लेकर तार बदलना शुरू कर दिया। इस काम में विद्युत विभाग के अधिकारी भी पालिका को दोषी ठहरा रहे हैं। उनका कहना है कि पहले तार हटवा लेना चाहिए था फिर डिवाइडर बनाना उचित होता। दोनों विभागों के बीच में पालिका की आम जनता अनायास ही पिस रही है। सुभाष नगर कालोनी मोड़ से लेकर कैलाशपुरी मोड तक जहां डिवाइडर नहीं था, वहां भी डिवाइडर बनाने के लिए गड्ढा खोद दिया गया है। जीटी रोड के बीचोंबीच खोदे गए गड्ढे से लोगों को आवागमन में परेशानी हो रही है क्योंकि जीटी रोड की उत्तरी पटरी पर डिवाइडर से 4-5 फीट की दूरी पर लोक निर्माण व बिजली विभाग द्वारा लगाए गए खंभे दुर्घटना को दावत दे रहे हैं। नगरवासियों का कहना है कि पालिका प्रशासन द्वारा बिना किसी पूर्व योजना के यह कार्य किया जा रहा है, जो कभी भी बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकता है। डिवाइडर बनाने के लिए गड्ढा खोदे जाने के पूर्व सड़क के मध्य खड़े इन खंभों को हटा लेना चाहिए था लेकिन ऐसा नहीं किया गया। इस पटरी पर गुरुद्वारे के ठीक सामने डिवाइडर के लिए खोदे गए गड्ढे के बिल्कुल समीप एक खंभा ऐसा है जो लोक निर्माण विभाग द्वारा लगाया गया है। इस खंभे के सहारे लगाए गए बोर्ड पर विभिन्न स्थानों की दूरी अंकित की गई है। इसके अलावा विद्युत विभाग के कई खंभे इस खंभे के ईदगिर्द हैं। इन खंभों पर 11 हजार वोल्ट का तार दौड़ाया गया है।
तार हटाकर ही बनाएं डिवाइडर
नगर के प्रबुद्ध लोगों की मानें तो पहले डिवाइडर न बनाए जाने के कारण सड़क ज्यादा चौड़ी लगती थी। लेकिन डिवाइडर बनाने के लिए गड्ढा खोदे जाते ही उत्तरी पटरी के सड़क की चौड़ाई कम हो गई और खंभे सड़क के बीचोबीच आ गए। लोगों ने कहा कि रात के समय यदि किसी वाहन की हेड लाइट खराब हो और नगर में लाइट कटी हो तो खंभों से दुर्घटना होना तय है। नगरवासियों ने तत्काल सड़क स्थित खंभों को हटवाने की मांग की है।