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फरियादियों की कतार पर रिकार्ड से हैं गायब

चकिया (चंदौली): तहसील दिवस में फरियादियों की भारी भीड़ के साथ कतार लग जाना आम बात हो गई है। लेकिन सरक

By Edited By: Published: Tue, 01 Sep 2015 09:38 PM (IST)Updated: Tue, 01 Sep 2015 09:38 PM (IST)

चकिया (चंदौली): तहसील दिवस में फरियादियों की भारी भीड़ के साथ कतार लग जाना आम बात हो गई है। लेकिन सरकारी अभिलेख में फरियादियों की उपस्थिति कम दिखाई जा रही है। इससे फरियादी मायूस हो जा रहे हैं। विभागीय आंकड़ों पर गौर फरमाएं तो चकिया में 16 जून को आयोजित तहसील दिवस में 38 फरियादी पहुंचे। इसी प्रकार 7 जुलाई को 47, जुलाई 21 को 74, अगस्त 4 को 26, अगस्त 18 को 37 व सितंबर 1 को 52 फरियादियों की उपस्थिति दर्ज की गई। कागजों पर इन दिवसों में मौके पर क्रमश: 5, 8, 4, 6, 4 व 2 मामलों का निस्तारण मौके पर ही कर दिया गया। इन आंकड़ों से इतर होकर देखा जाय तो तहसील दिवस में सौ से अधिक फरियादी पहुंचकर बकायदा शिकायती पत्र देते हैं। कतार में लगे फरियादियों की संख्या भी सैकड़ों में होती है। खासकर जिलास्तरीय तहसील दिवस में फरियादियों की संख्या में बड़े पैमाने पर इजाफा होती है। लेकिन कागजों पर इनकी संख्या कम दर्शायी जा रही है। नाम न छापने की शर्त पर तहसील के एक कर्मचारी ने बताया कि जब से तहसील दिवस को आनलाइन कर दिया गया है बड़े साहब ने मौखिक आदेश जारी कर दिया है। खासकर उन शिकायतकर्ताओं का नाम दर्ज दिवस रजिस्टर पर नहीं किया जाता है जो अपना मोबाइल नंबर नहीं लिखे रहते हैं। इस बाबत एसडीएम रमाशंकर द्विवेदी कहते हैं कि इस तरह का कोई मौखिक अथवा लिखित आदेश जारी नहीं किया गया है। खैर जो भी हो दिवस में फरियादियों की उमड़ने वाले भीड़ व कतार में लगी तस्वीर इस बात की गवाही देती फिर रही है कि दिवस में शिकायती पत्र की अपेक्षा दर्ज होने वाली संख्या में काफी भिन्नता है।


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