ड्यूटी को लेकर शिक्षक, प्रशासन आमने-सामने
चकिया (चंदौली): बीएलओ व पर्यवेक्षक की ड्यूटी को लेकर शिक्षकों के रवैये पर तहसील प्रशासन ने गंभीरता स
चकिया (चंदौली): बीएलओ व पर्यवेक्षक की ड्यूटी को लेकर शिक्षकों के रवैये पर तहसील प्रशासन ने गंभीरता से लिया है। उपजिलाधिकारी रमाशंकर द्विवेदी ने मामले से जिलाधिकारी को अवगत करा दिया। कहा है कि 24 घंटे के अंदर शिक्षक बीएलओ व पर्यवेक्षक की जिम्मेदारियों का निर्वहन संभालते हुए बस्ता नहीं लेते हैं तो सीधी कार्रवाई तय है।
ब्लाक मुख्यालय पर आयोजित बीएलओ व पर्यवेक्षक की ड्यूटी में लगे शिक्षकों का प्रशिक्षण होना था। लेकिन शिक्षक लामबंद होकर प्रशिक्षण का कार्य बहिष्कार कर दिये। इससे तहसील प्रशासन बैक फुट पर आ गया। उपजिलाधिकारी ने शिक्षकों को मनाने का भरपूर प्रयास किया, लेकिन वह अड़यल रवैया अपनाए रहे। कमोवेश यही स्थिति शहाबगंज ब्लाक मुख्यालय पर आयोजित प्रशिक्षण के दौरान हुई। लेकिन एसडीएम व तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाल लिया। सायं पांच बजे सभी 94 शिक्षकों में उपस्थित 90 शिक्षकों ने बस्ता ले लिया। इससे तहसील प्रशासन ने अवश्य राहत की सांस ली। उधर चकिया ब्लाक के शिक्षक सायं 7 बजे तक अड़यल रवैये पर बने रहे। प्रादेशिक शिक्षक संघ के ब्लाक अध्यक्ष कैलाश गोड ने कहा कि शिक्षा अधिकार अधिनियम के तहत शिक्षकों से कोई भी गैर शैक्षणिक कार्य नहीं कराये जाने का स्पष्ट निर्देश है। हालांकि प्रकरण को लेकर संगठन जिलाधिकारी से मिलेगा। वहीं उपजिलाधिकारी ने कहा कि शिक्षकों का रवैया बिल्कुल ही गलत है। 24 घंटे के भीतर अपने निर्णय में बदलाव नहीं लाये तो बाध्य होकर विभागीय कार्रवाई करनी पड़ेगी।