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स्कूली वाहन चालकों को रहना होगा अधिक सचेत

मुगलसराय (चंदौली) : प्रदेश में प्रतिवर्ष चार से पांच सौ स्कूली बच्चों की सड़क दुर्घटनाओं में मौत हो ज

By Edited By: Published: Sun, 21 Dec 2014 09:57 PM (IST)Updated: Sun, 21 Dec 2014 09:57 PM (IST)

मुगलसराय (चंदौली) : प्रदेश में प्रतिवर्ष चार से पांच सौ स्कूली बच्चों की सड़क दुर्घटनाओं में मौत हो जाती है। इन दुर्घटनाओं के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार उन वाहनों के चालकों को पाया गया है जो स्कूली बच्चों को विद्यालय ले जाते- आते हैं। इन दुर्घटनाओं को रोकने की जिम्मेदारी सबकी है पर विद्यालय के चालकों को अधिक सचेत होकर वाहन चलाना होगा।

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उक्त बातें सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी आरएस यादव ने रविवार को कही। वह कैलाशपुरी स्थित लक्ष्मी पब्लिक स्कूल में परिवहन विभाग द्वारा आयोजित 'स्कूल वाहन चालकों के लिए कार्यशाला' में बोल रहे थे। पिछले दिनों मऊ में मानव रहित रेलवे क्रासिंग पर स्कूली वैन संग रेलगाड़ी से हुई दुर्घटना को उन्होंने ह्रदय विदारक बताया। कहा कि उस दुर्घटना के लिए वैन का चालक पूरी तरह जिम्मेदार था। उपस्थित वाहन चालकों से कहा कि बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि है। इसलिए वे न तो नशे की हालत में बच्चों से भरे स्कूल वाहन को चलाएं और न ही लापरवाही बरतें। साथ ही गति सीमा को भी नियंत्रित रखने की उन्होंने सलाह दी। वहीं मानव रहित रेलवे क्रासिंगों को पार करते समय चालक विशेष ध्यान दें तथा चौकन्ना होकर क्रासिंग पार करें।

सुप्रीम कोर्ट की माने गाइड लाइन

उन्होंने स्कूल प्रबंधन से भी अनुरोध किया कि सुप्रीम कोर्ट की गाइड लाइन के अनुसार वाहनों का रखरखाव करें, समय समय पर वाहनों की जांच कराते रहें और ऐसे चालकों को स्कूली वाहन चलाने के लिए रखें जिनके ड्राइविंग लाइसेंस कम से कम पांच साल पुराने हों अर्थात उन्हें वाहन चलाने का पूर्ण अनुभव हो।

बच्चों को न चलाने दें वाहन

उपस्थित अभिभावकों से उन्होंने कहा कि अव्यस्क बच्चों को वाहन न चलाने दें। जिन बच्चों के ड्राइविंग लाइसेंस बन चुके हों उन्हें ही वाहन चलाने को दें क्योंकि अव्यस्कों को यातायात के नियमों की जानकारी नहीं होती है जिस कारण दुर्घटनाएं होती हैं।

इसके पूर्व एआरटीओ ने मां सरस्वती तथा विद्यालय के संस्थापक स्व. विक्रम सिंह के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। तत्पश्चात विद्यालयों की छात्राओं ने सरस्वती वंदना प्रस्तुत की। इसके बाद विद्यालय के छात्रों द्वारा 'सावधानी हटी, दुर्घटना घटी' शीर्षक नाटक का मंचन किया गया। नाटक में दिखाया गया कि वाहन चालकों की जरा सी लापरवाही कितनी घातक सिद्ध हो सकती है। इसके अलावा बच्चों ने सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति भी की।

इस दौरान कोतवाली एके सिंह, विद्यालय के उप प्रबंधक संजय यादव, प्रधानाचार्य बिंदू प्रकाश सिंह सहित गीतारानी, कुंतल सिंह, वीके पाठक, विजय वर्मा, अभिषेक मुखर्जी, पवन पांडेय, राना मुखर्जी, फरीदा खानम, पूजा सिंह आदि उपस्थित थे।


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