आदर्श स्थापित करता एक जलाशय..
सकलडीहा (चंदौली): गांवों में बने जलाशय धीरे-धीरे अपना अस्तित्व खोते जा रहे हैं। शासन स्तर पर ग्रामीण
सकलडीहा (चंदौली): गांवों में बने जलाशय धीरे-धीरे अपना अस्तित्व खोते जा रहे हैं। शासन स्तर पर ग्रामीण क्षेत्रों में जलाशयों का अस्तित्व को बचाने की लगातार कोशिश की जा रही है।
वहीं एक ग्राम प्रधान ऐसा भी है जिसने पुराने जर्जर जलाशय का सुंदरीकरण करके आदर्श तालाब की असल परिभाषा गढ़ी है। यहां बात हो रही है धानापुर ब्लाक के मिर्जापुर गांव के पूर्व ग्राम प्रधान राजेश सिंह की। जिनकी पत्नी सपना सिंह वर्तमान समय में ग्राम प्रधान हैं। दोनों की कार्य प्रणाली से ग्रामवासी गदगद हैं।
मिर्जापुर ग्राम सभा में ब्रह्म बाबा के चौरा के समीप एक पुराना जलाशय स्थित था। जहां ग्रामीण छठ अथवा अन्य धार्मिक अवसरों पर पूजा पाठ किया करते हैं। सत्र 2005-10 में राजेश सिंह ग्राम प्रधान बने। पशु-पक्षियों एवं ग्रामीणों का उक्त जलाशय से जुड़ाव देख उन्होंने लगभग अस्तित्व हीन हो चले जलाशय के अस्तित्व को बचाने का संकल्प लिया।
वर्ष 2006-07 में उन्होंने जलाशय की मनरेगा के तहत खोदाई कराई। इसके पश्चात वर्ष 2009-10 में मनरेगा से ही नौ लाख 71 हजार 768 रुपए की लागत से पक्का कार्य कराया। इसके बाद कई चरणों में 4 लाख 66 हजार नौ सौ रुपए जलाशय के सुंदरीकरण में खर्च किए। जलाशय एवं ब्रह्म बाबा के स्थान को चारों ओर से लोहे की रेलिंग से घेर कर सुरक्षित कराया। इसी क्रम में उनकी पत्नी सपना सिंह ने ग्राम प्रधान बनने के बाद 1 लाख 86 हजार चार सौ रुपए खर्च कर जलाशय में सीढि़यां बनवाई। ग्रामीण महिलाओं को जलाशय के सुंदरीकरण के पश्चात धार्मिक क्रिया कलापों में काफी सहूलियत हो गई। पूर्व ग्राम प्रधान राजेश सिंह ने जिला पंचायत सदस्य अजय सिंह को उक्त जलाशय को गोद लेने के लिए प्रेरित किया। पूर्व प्रधान के प्रयास को गंभीरता से लेते हुए जिला पंचायत सदस्य ने 23 लाख रुपए की भारी भरकम की लागत से जलाशय के तटबंध की आरसीसी जोड़ाई, उसके किनारे टीन शेड , सीढ़ीयों को पक्का कराकर जलाशय को आदर्श रूप प्रदान किया।
डीएम एनके सिंह ने कुछ दिन पूर्व निरीक्षण के दौरान इसे आदर्श जलाशय का ठोस उदाहरण बताते हुए यहां दो हैंडपंप व सोलर लाइट लगवाने का निर्देश दिया। पूर्व ब्लाक प्रमुख देवेंद्र प्रताप सिंह, सत्येंद्र सिंह विश्वनाथ सिंह, वंश नारायण सिंह मोहन बागी व कन्हैया शास्त्री ने बताया कि प्रधान के इस प्रयास की जितनी प्रशंसा की जाए कम है। गर्मी में जलाशय का पानी सूख जाने का हवाला देते हुए तालाब के समीप बोरिंग कराने की लोगों ने मांग की है।