मांगों को ले लेखपाल धरने पर
सकलडीहा (चंदौली): प्रदेश नेतृत्व के आह्वान पर अपनी विभिन्न मांगों को लेकर तहसील के समस्त लेखपाल मंगलवार को तहसील में एक दिवसीय धरने पर बैठे। उन्होंने एसडीएम को प्रेषित पत्रक के माध्यम से अपनी समस्याओं के निस्तारण में संवेदनशीलता बरतने की अपील की।
धरना पर बैठे लेखपालों ने बताया कि प्रदेश सरकार लेखपालों के साथ दोहरी नीत अपना रही है। उन्होंने राजस्व लेखपालों का वेतनमान ,वाहन व स्टेशनरी भत्ता, उत्तराखंड,पंजाब, हरियाणा व हिमांचल के समान बढ़ाने की मांग की। उन्होंने कहा कि प्रदेश में राजस्व निरीक्षक के 1398 नए पद सृजित किए जाए एवं पूर्व में प्रस्तावित 646 रजिस्टार , कानूनगो के पद को राजस्व निरीक्षक में सम्मलित करते हुए 25 प्रतिशत सीधी भर्ती की बाध्यता समाप्त कर उन्होंने प्रोन्नति से भरा जाए। कहा कि उन्होंने लेखपाल के आठ हजार रिक्त पदों को शीघ्र भरने की मांग की। इसके अतिरिक्त उन्होंने लेखपालों की शैक्षिक योग्यता को इंटरमीडिएट से बढ़ाकर स्नातक करने व नियुक्ति अधिकारी एसडीएम के बजाय डीएम को बनाए जाने की मांग की। इस मौके पर सियाराम, जय प्रकाश सिंह, नंदलाल, संजय सिंह, राकेश श्रीवास्तव, जेपी सिंह व राजेश सिंह सहित तमाम लोग उपस्थित थे।
ज्ञापन एसडीएम को सौंपा
चकिया (चंदौली): वेतन वृद्धि व नियुक्ति संबंधित प्रावधानों को लेकर लेखपाल संघ ने मंगलवार को तहसील परिसर में दिन भर धरना दिया। धरना के चलते दूर दराज से विभिन्न कामों के लिए आए लोगों को भारी मुश्किलों से गुजरना पड़ा।
सुबह लेखपाल तहसील परिसर में जमा हुए। यहां लेखपालों ने उनके साथ हो रहे भेदभाव पर नाराजगी जाहिर किया। कहा कि अन्य प्रदेशों में लेखपालों का वेतनमान च्यादा है। लेकिन यूपी में वेतन कम मिल रहा है। इस दौरान लोकेश द्विवेदी, गुलाब प्रसाद, रामचरितर विश्वकर्मा, त्रिलोकी नाथ, राजकुमार, शर्मानंद पाडेय, नरेन्द्रदेव पांडेय, वंश नारायण यादव, विक्रमा प्रसाद, नथूनी प्रसाद, कृष्णानंद गुप्ता, रामआशीष आदि लेखपाल उपस्थित थे।
तहसील पर किया प्रदर्शन
चंदौली : प्रदेश संगठन के आह्वान पर मंगलवार को लेखपाल संघ ने मुख्यालय स्थित तहसील पर धरना-प्रदर्शन किया। इस दौरान उन्होंने सरकार विरोधी नारेबाजी भी की। बाद में वे उप जिलाधिकारी को मुख्यमंत्री को संबोधित अपने चार सूत्रीय मांग पत्र सौंपा।
इस दौरान तहसील अध्यक्ष बासुदेव यादव के अतिरिक्त चंदन राम, खुशिहाल प्रसाद, सियाराम, रामकृत यादव, विनोद पांडेय, शमशेर सिंह, मनीष सिंह, सुशीला सिंह, मानवेंद्र प्रकाश आदि उपस्थित थे।