बिजली कटौती से लोगों में भारी उबाल
चकिया(चंदौली): बिजली की भीषण कटौती से लोगों में उबाल आ गया है। पिछले 60 घंटे में महज दो घंटे बिजली की आपूर्ति होने से लोग बिलबिला गये। हद तो तब हो गयी जब बुधवार को रोस्टर परिवर्तन कर महज 6 घंटे आपूर्ति किए जाने की बात अधिकारियों द्वारा की गयी। बावजूद इसके घंटे भर बिजली मिलने से नगर में पेयजल की किल्लत उत्पन्न हो गयी।
बिजली कटौती के साथ ही आए दिन रोस्टर बदले जाने को लेकर उपभोक्ताओं ने 'जागरण' से प्रदेश सरकार व पावर कारपोरेशन के विरुद्ध जमकर आग उगली । नगर निवासी श्री प्रकाश मिश्र ने कहा कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र में महज 6 घंटे वह भी दिन में बिजली का रोस्टर लागू होना न्याय संगत नहीं है। इसके लिए सीधे तौर पर प्रदेश सरकार दोषी है। अमरा गांव निवासी विमलेश कुमार ने कहा कि आए दिन बिजली का रोस्टर बदलने के साथ ही रात्रि कालीन कटौती जारी रहना नक्सल प्रभावित इलाके में बिल्कुल ठीक नहीं है। प्रदेश सरकार व पावर कारपोरेशन को इसके लिए गंभीर होना होगा। हरिहर प्रसाद ने कहा कि जनप्रतिनिधियों के उपेक्षात्मक रवैये से बिजली नहीं मिल रही है। उमस भरी गर्मी में सभी तबका इसकी जद में आ गया है। रामपुर कला गांव निवासी अवध नारायण सिंह कहते हैं कि बिजली जीवन का आधार बन चुकी है। भीषण कटौती के बावजूद भारी भरकम विद्युत कर देना पड़ रहा है। जिसे अब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
भागूपुर गांव निवासी राम लाल ने कहा कि बिजली आपूर्ति मजाक बनकर रह गयी है। प्रदेश सरकार व बिजली विभाग के अधिकारियों को सबक सिखाने की जरूरत है। नगर निवासी दवा व्यवसायी पारस नाथ केशरी बिजली कटौती से व्यापार पर सीधा असर पड़ने को बताते हुए कहते हैं कि हालात अब गंभीर हो गये हैं। सभी वर्गो को एक जुट होने की जरूरत आ गयी है।