ध्वस्त रजवाहा का किया निरीक्षण, लगाई फटकार
चकिया (चंदौली) : कर्मनाशा लेफ्ट रजवाहा की व्यापक क्षति का आकलन करने सिंचाई विभाग के अधीक्षण अभियंता (एसी) महेश चंद्र शर्मा शुक्रवार को मौके पर पहुंच गए। जमींदोज तटबंध का स्थलीय निरीक्षण किया। साथ ही ध्वस्त तटबंध का वीडियों रिकार्डिग खुद करते हुए क्षति का आंकलन किया।
नहरों की देखभाल करने वाले सिंचपाल की लापरवाही का हाल सुन श्री शर्मा हक्का-बक्का हो गए। नहरों में गश्त के दौरान संबंधित कर्मचारी की रोजमर्रा व साप्ताहिक डायरी तलब करने पर एसी को यह बताया गया कि ऐसी कोई डायरी सिंचपालों व बेलदारों के पास नहीं होती। कहा कि यदि ड्यूटी रत कर्मचारी अपने दायित्व के प्रति सचेत रहता तो तटबंध ध्वस्त होने की नौबत शायद न आती।
सदन में उठाएंगे मामला : छोटेलाल
सिंचाई के पीक सीजन में नहर का ध्वस्त होना प्रदेश सरकार की किसान विरोधी नीति को प्रदर्शित करता है। किसानों को धान की रोपाई के लिए जब पानी की सख्त जरूरत है उस समय नहर का ध्वस्त होना बेहद चिंता का विषय है। यह बाते सांसद छोटेलाल खरवार ने जागरण से दूरभाष पर हुई बातचीत में कहा। उन्होंने हजारों एकड़ कृषि भूमि की सिंचाई बाधित होने का मामल लोकसभा में उठाने की बात कही। कहा कि विभागीय अधिकारी अपने दायित्वों से बच नहीं सकते। अवर्षण की स्थिति में नहरें ही किसानों का सहारा है। श्री खरवार ने प्रदेश सरकार पर किसानों के हित में काम नहीं करने का आरोप लगाया। चेताया कि यदि ध्वस्त कर्मनाशा रजवाहा की मरम्मत नहीं हुई तो भाजपा कार्यकर्ता लोकतांत्रिक तरीके से विरोध प्रगट करेंगे।