लकी आवास के लिए डाक्टरों में घमासान
चकिया (चंदौली) : तहसील क्षेत्र के अमूमन सरकारी आवास अधिकारियों व कर्मचारियों को नहीं भाता लेकिन संयुक्त चिकित्सालय में ऐसा कुछ नहीं है। परिसर में स्थित एक ऐसा चिकित्सक आवास है जिसके लिए डाक्टरों में घमासान मचा है। इस आवास की खातिर एक दो नहीं बल्कि चार चिकित्सकों के बीच गुरिल्ला युद्ध छिड़ा हुआ है। आवास का आवंटन कराए चिकित्सक के अलावा अन्य दो डाक्टरों ने तो अपनी-अपनी चौकी व अन्य सामान भी बुधवार को इसमें रख दिया। इससे मामला तनाव पूर्ण हो गया है।
उप मुख्य चिकित्साधिकारी डा. आरएन विश्वकर्मा के नाम आवंटित उक्त आवास को हथियाने के चक्कर में संयुक्त चिकित्सालय को दो डाक्टर इस कदर आमने-सामने आ गए हैं कि तमाशबीनों की भीड़ लग जा रही है। कारण उप मुख्य चिकित्साधिकारी 30 जुलाई को सेवा निवृत्त होने को हैं। लोगों का मानना है कि उक्त आवास सुविधा जनक होने के साथ ही लकी (भाग्यशाली) भी है।
इस आवास में जो भी डाक्टर रहता है वहां प्राइवेट मरीजों का तांता लग जाता है। खैर जो भी हो चिकित्सक आवास को लेकर प्रशासनिक व राजनीतिक दबाव उच्चाधिकारियों पर पड़ने लगा है। इससे अधिकारी पेशांपेश में पड़ गए हैं।
कब्जा जमाने वाले दोनों डाक्टरों को उक्त आवास का आवंटन किए जाने की हामी भर दिए जाने से डा. गुरू प्रसाद मौर्या व डा. सुजीत सिंह ने उप मुख्य चिकित्साधिकारी के रहने के बावजूद अपनी-अपनी चौकी व अन्य सामान बारी-बारी से रख दिए। यह देख अन्य डाक्टरों में भी खलबली मच गई। वे भी आवास पर कब्जा जमाने के लिए एक पूर्व जनप्रतिनिधि का दामन थाम लिए। उक्त आवास के लिए प्रतिष्ठा दाव पर लगाते हुए फिलहाल चार चिकित्सक मामले को सड़क पर ला दिए हैं। ऐसे में उप मुख्य चिकित्साधिकारी डा. विश्वकर्मा चिकित्सकों द्वारा हाई प्रोफाइल ड्रामा की संज्ञा देते हुए चिकित्सकों के रवैये पर नाराजगी जताते हैं। इस संबंध में सीएमएस डा. छोटेलाल कहते है कि उक्त आवास वाकई सिर दर्द बन गया है। कोई डाक्टर मानने को तैयार नहीं है। मामले से जिलाधिकारी को अवगत कराया जाएगा।