अगलगी की घटना से किसानों में दहशत
बरहनी (चंदौली) : क्षेत्र में मंगलवार को हुई अगलगी की घटना से पूरी तरह दहशत में है। वहीं किसान अगलगी की घटनाओं को लेकर खेतों में खड़ी गेहूं की फसल के कटाई का कार्य जोरों पर है। जिन किसानों का गेहूं जला है, वे सदमे में है और अधिकांश लोगों में तरह तरह की चर्चाएं व्याप्त है कि इतनी बड़ी अगलगी की घटना होने के बावजूद भी कोई सक्षम अधिकारी या जनप्रतिनिधि किसानों का दर्द बांटने नही पहुंचा। इसे लेकर लोगों में आक्रोश व्याप्त है।
औरैया, इमलिया व कम्हरिया गांव के सीवान में आग लगने से 175 एकड़ गेहूं की खड़ी फसल जल कर राख हो गई। इससे लोग बहुत दुखी है कि खेतों में खड़ी गाढ़ी कमाई जिसे लेकर किसान तरह तरह का सपना संजोए थे। परंतु वह सपना एक छोटी सी चिंगारी के चलते टूट कर बिखर गया। वहीं मंगलवार को हुई अगलगी की घटना के बाद बुधवार की शाम तक न तो कोई अधिकारी और न ही कोई जन प्रतिनिधि उनका दुख दर्द बांटने के लिए पहुंचा। हालांकि क्षेत्रीय लेखपाल मौके पर पहुंचे और क्षति का आकलन कर लौट गए।
नहीं जले चूल्हे
मंगलवार को दोपहर में औरैया, इमलिया व कम्हरिया गांव के सीवान में हुई अगलगी की घटना के बाद बुधवार को अधिकांश किसानों के घर चूल्हा नहीं जला। कुछ किसानों के घर जला भी तो बच्चे ही खाए। वहीं कुछ बच्चे भी अभिभावकों के खाना न खाने पर वे भी भूखे रहे गए।
पशुओं के चारे की बढ़ी समस्या
गेहूं की फसल जल जाने से जहां किसानों के सामने दैनिक जीवन जीने रोटी, दाल, कपड़ा आदि अन्य मूलभूत जरूरतें जो कृषि के ऊपर ही आधारित थी। वह भी अब पैसे के अभाव में नहीं मिल पाएंगे। वहीं पशुओं के चारे की समस्या भी किसानों के सामने उठ खड़ी हो गई है।
जहां था गेहूं वहां उड़ रही राख
किसानों के घर बस चंद दिनों में ही कटाई कर गेहूं आता। लेकिन मंगलवार को हुई अगलगी की घटना के बाद उन खेतों में सिर्फ राख उड़ रही है। किसान जब खेतों की उड़ती देख रहे है तो उनकी आंखे छलछला जा रही है।