शब्द बाण : एक दूसरे पर उछाला जा रहा कीचड़
चंदौली : लोकतंत्र के महासमर में चुनाव की तिथि नजदीक आते देख सेनापतियों के साथ उनकी सेनाएं जहां आमने-सामने आ गई हैं, वहीं इनकी ओर से एक दूसरे पर कीचड़ उछालने का भी सिलसिला तेज हो गया है। वोट की खातिर विभिन्न पार्टी के नेता से लेकर कार्यकर्ता जनता के सामने झूठ का पुलिंदा खोलने में जुट गए हैं।
संसदीय सीट पर 12 मई को होने वाले मतदान को लेकर गाड़ियों का काफिला जनता के दर पर पहुंचने लगा है। सुबह से लेकर देर रात तक नेता जी जनता के मान मनौव्वल में लगे हुए हैं। इस दौरान मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए जनता के सवाल पर इनके द्वारा झूठ का पुलिंदा तैयार किया जा रहा है। बताया जा रहा है कि वे विकास की गंगा तो बहाना चाहते हैं लेकिन बीच में फला पार्टी की ओर से रोड़ा अटका दिया गया नहीं तो अब तक कुछ बाकी नहीं रहता। इतना ही नहीं इस दौरान एक दूसरे के विरोध में गड़े मुर्दे भी उखाड़े जा रहे हैं। सभी जनता का रुख भांपकर अपने आपको दूध का धुला साबित करने में लगे हैं। एक दूसरे के प्रति कीचड़ उछालने में ये सारी हदों को पार कर जा रहे हैं। कहा जा रहा है कि एक बार और मौका दीजिए इस बार जो बाकी है वह पूरा हो जाएगा। किंतु जनता इनकी एक भी सुनने को तैयार नहीं है। जनता इनके शब्द बाण को चुपचाप सुनकर मुस्कुराकर आगे बढ़ जा रही है।