खाली खेतों में सब्जी दे रही लाभ
चकिया (चंदौली) : गेहूं की फसल कटने के बाद किसानों का रुख हरी सब्जी की ओर हो गया है। कम रकबे में सब्जी की खेती कर किसान आमदनी कर रहे हैं।
आम तौर पर सीवानों में गेहूं व दलहनी फसलों के कटने के बाद खेत खाली रहते हैं। तीन महीने तक खेतों में धूप, धूल व अनावश्यक घास का बसेरा बना रहता है। सीमांत किसानों ने इसे बेहतर बनाने के लिए सब्जी की खेती करना शुरू कर दिया। घर के पास स्थित खेतों में या गोयड़े (घर के पास) सब्जी की खेती करना जहां लाभदायक है। वहीं खेतों की उर्वरा शक्ति को भी बनाए रखने में मदद मिलती है। इन दिनों ग्रामीण क्षेत्रों में नेनुआ, भिंडी, करैला, लौकी, बैगन आदि की अच्छी उपज हो रही है। कादिलागंज , भीषमपुर, नेवाजगंज, महादेवपुर, गरला, भभौरा, रामपुर आदि गांव में किसानों ने सब्जी की खेती कर अच्छा उत्पादन का कार्य शुरू कर दिया है। कृषक शिवमूरत , रामजनम, रंजन, दीपक, बुद्धिराम, हेमराज प्रसाद आदि ने बताया कि खेती से घर परिवार को ताजी सब्जी के साथ ही धन का भी जुगाड़ हो जाता है।