छात्रा को नहीं मिला कन्या विद्याधन, राष्ट्रपति कार्यालय ने लिया संज्ञान
बुलंदशहर: माध्यमिक शिक्षा विभाग में इंटरमीडिएट पास करने वाली मेधावी छात्राओं को कन्या विद्याधन दिया
बुलंदशहर: माध्यमिक शिक्षा विभाग में इंटरमीडिएट पास करने वाली मेधावी छात्राओं को कन्या विद्याधन दिया जाना था, लेकिन प्रथम श्रेणी से इंटरमीडिएट पास करने वाली अरनिया की छात्रा को कन्या विद्याधन नहीं दिया गया। छात्रा के पिता ने राष्ट्रपति कार्यालय में कन्या विद्याधन न मिलने की शिकायत की है। राष्ट्रपति कार्यालय ने उत्तर प्रदेश सरकार को जांच कर उचित कार्रवाई करने के आदेश दिए हैं। उत्तर प्रदेश सचिव ने जिला विद्यालय निरीक्षक को मामले का निस्तारण करने के आदेश दिए हैं।
अरनिया क्षेत्र के गांव डाबर निवासी वीरेन्द्र ¨सह की पुत्री मंजू ने अलीगढ़ के एक इंटर कालेज से वर्ष 2016 में प्रथम श्रेणी से इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की थी। उसने आरोप लगाया कि पुत्री कन्या विद्याधन योजना के लिए पात्र थी, लेकिन अधिकारियों ने उसको कन्या विद्याधन का लाभ नहीं दिया। उसे मेधावी छात्राओं की सूची से बाहर कर दिया। छात्रा के पिता वीरेन्द्र ¨सह ने राष्ट्रपति कार्यालय में शिकायत की कि उसकी बेटी पात्र थी, लेकिन उसके बावजूद कन्या विद्याधन का लाभ नहीं दिया गया। राष्ट्रपति कार्यालय से मामले का गंभीरता से संज्ञान लेते हुए मुख्यमंत्री के उप सचिव को कार्रवाई करने के लिए आदेश दिए। उप सचिव ने समाज कल्याण के प्रमुख सचिव को इस प्रकरण के बारे में अवगत कराया है। समाज कल्याण के प्रमुख सचिव ने जिला विद्यालय निरीक्षक को पत्र लिखकर समस्या का समाधान करने का आदेश दिया है। पत्र में लिखा है कि किस कारण से छात्रा को कन्या विद्याधन से वंचित रखा गया है। पूरे मामले में निष्पक्ष जांच की जाए।
इन्होंने कहा..
सचिव का पत्र प्राप्त हो गया है। नियम के अनुसार सभी को कन्या विद्याधन दिया गया है। मेरिट के आधार पर छात्राओं का चयन किया गया था। छात्रा के प्रमाण पत्रों को दिखवाया जा रहा है। छात्रा अनुसूचित जाति वर्ग से है। मेरिट हाई होने के कारण छात्रा कन्या विद्याधन से वंचित रह सकती है। बाकी पता जांच के बाद ही चलेगा।
बीना यादव, डीआइओएस।